Friday , November 22 2024

परौली रमायन की गौशाला से ताखा मे भेजी गई चार गायो ने दम तोड दिया

अनिल  गुप्ता ऊसराहार

परौली रमायन की गौशाला से ताखा मे भेजी गई चार गायो ने दम तोड दिया हैजबकि इतनी ही गायो की हालत नाजुक बनी हुई है डाक्टरो की टीम सुबह शाम इनका इलाज कर रही है लेकिन चार गाय अभी भी खडी तक नही हो पा रही है

जनपद की सबसे बडी गौशाला परौली रमायन से भले ही गायो की संख्या को कम कर दूसरी गौसालाओ मे भेज दिया गया हो लेकिन इनमे तमाम गौवंशो की हालत अभी भी बहुत खराब है ताखा में बुधबार को परौली से 59 गौवंश भेजे गए थे बीडीओ ताखा आशुतोष कुमार ने ऊसराहार   व मुरचा की दो गौसालाओ को आनन फानन मे चालू कराया था ऊसराहार की गौशाला मे तीस व मुरचा की गौशाला मे 18 गायो को रखा है एक गौवंश ने बुधवार को ही परौली से ताखा आते समय दम तोड दिया था गुरूवार को ऊसराहार में एक एंव मुरचा मे तीन गायो ने दम तोड़ दिया डाक्टर एमपी सिंह ने बताया दोनो गौशाला मे चार गायो की मौत हुई है सभी को पोस्टमार्टम के बाद दफन किया गया है मुरचा मे चार गौवंश अभी भी काफी कमजोर है उन्हे सुबह शाम दबाई भी दी जा रही है लेकिन वह खडी नही हो पा रही है दोनो गौशाला मे डाक्टरो की टीम सुबह शाम लगातार निरीक्षण कर रही है

ऊसराहार

मुरचा मे गायो को दफन करने के लिए उनके मरने से पहले ही  खोद दिए गए हैं कई गढ्ढे एक ओर मुख्यमंत्री गौवंशो को गौशाला मे भेजकर उनका जीवन सुरक्षित करना चाह रहे हैं वही दूसरी ओर प्रशासन उनकी मौत की तैयारी में जुटा हुआ है

परौली रमायन से ताखा के मुरचा मे बनी गौशाला मे बुधवार को 18 गौवंस शिफ्ट किए गए हैं गुरूवार को तीन गौवंशो ने दम तोडा तो उन्हे दफन करने के लिए जेसीबी मशीन से गढ्ढे खोदकर म्रत गायो को दबा दिया गया लेकिन प्रशासन ने आगे भी गाए मरने बाली है इस तरह की सोच बनाकर कई गड्डो को गौशाला के समीप ही खुदवा दिया जिससे गौवंशो की मौत के बाद उन्हें दफन कर दिया जाए एक तरफ जंहा प्रदेश के मुख्यमंत्री गायो को लेकर इतने संवेदनशील हैं कि हर हाल मे गायो को गौशाला मे भेजने की कोशिश कर रहे हैं जिससे उन्हे भरपेट चारा मिल सके और सडको पर हो रही गौवंशो की अनावश्यक मौतो को टाला जा सके वही ताखा मे अधिकारी जो गौवंश गौशाला मे पहुच चुके हैं उनके भी मरने का इंतजार कर रहे हैं इस संबध मे खंड विकास अधिकारी ताखा आशुतोष कुमार को दो बार फोन कर जानकारी लेने की कोशिश की गई पंरतु उनका फोन नही उठा वही मुरचा की गौशाला पर गौवंशो की देखभल

करने वाले कर्मचारी उपेंद्र ने बताया गड्ढो को पहले से इसलिए खोदा गया जिनकी मौत हो उन्हे दफन किया जा सके