कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार के केंद्रीय बजट पर निशाना साधा है। उन्होंने आम बजट को गरीबों पर एक ‘गुपचुप स्ट्राइक’ करार दिया है। उन्होंने कहा है कि चाहे गरीब हो या मध्यम वर्ग, ग्रामीण हो या शहरी, सभी रुपये में आ रही गिरावट और आय में कमी जैसी समस्याओं को झेल रहे हैं।
सोनिया गांधी ने कहा, मोदी सरकार के निजीकरण ने राष्ट्रीय संपत्तियों को बहुत ही सस्ते में निजी हाथों में सौंप दिया है, इससे बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। सरकार एलआईसी और एसबीआई जैसे सार्वजनिक संस्थानों को भी अपने खास दोस्तों के स्वामित्व वाली प्रबंधन कंपनियों में निवेश करने के लिए मजबूर कर रही है, इससे करोड़ों गरीब और मध्यम वर्ग के भारतीयों की गाढ़ी कमाई को भी खतरा है।
सोनिया गांधी ने अपने लेख में कहा, अब समान विचारधारा वाले दलों का कर्तव्य है कि वे हाथ मिलाएं और इस सरकार के गलत कार्यों का विरोध करें और साथ में उस बदलाव का निर्माण करें जिसे लोग देखना चाहते हैं।