देश में निजी इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को लेकर लोगों में दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 10,17,417 निजी इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं।
इसमें से करीब 72 फीसदी यानी 7,31,710 वाहन अकेले देश के सात राज्यों में दौड़ रहे हैं। सभी तरह के इलेक्ट्रिक वाहनों की कुल संख्या 14 लाख से अधिक है।
देश के पहाड़ी राज्यों में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले लोगों की संख्या कम है। उत्तराखंड में फिलहाल 9056 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं। हिमाचल प्रदेश में 1452 और जम्मू- कश्मीर में 3637 पंजीकृत हैं। लद्दाख में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या सिर्फ 37 है।
बेंगलुरु स्थित बिजनेस मैनेजमेंट फर्म रेडसीर स्ट्रैटजी के अनुसार, देश में वर्ष 2030 तक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री का आंकड़ा 2.2 करोड़ तक हो सकता है। रिपोर्ट की मानें तो 2030 में दोपहिया वाहन बाजार में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की 80 फीसदी दबदबा होगा।