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प्रायवेट अस्पताल मे आप्रेशन के बाद महिला की मौत स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही 

मृतका का फाइल फोटो 

ऊसराहार (घनश्याम शर्मा)। स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही एक बार सीज होने के बाद भी आखिर कार केसे खुला अस्पताल जब डॉ अमित यादव से बात की तो उन्होंने कहा की रजिस्ट्रेशन है सब कुछ है आप मुख्य चिकित्सा अधिकारी इटावा पता कर लो जो कि सिटी हॉस्पिटल ऊसराहार के नाम से चलता है।

प्रायवेट अस्पताल मे आप्रेशन के बाद महिला की हालत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई बताया जाता है अस्पताल में एक अंट्रेड डाक्टर ने प्रसव के लिए महिला का गलत आप्रेशन कर दिया जिसके बाद महिला की हालत बिगड गई अस्पताल के संचालक ने हालत बिगड़ने पर महिला के पति से तीन बोतल खून के लिए 24 हजार रूपए ऐंठ लिए और पूरा खून भी नही चढाया महिला की मौत के बाद परिजनो ने अस्पताल मे शव रखकर हंगामा किया मौके पर पहुची पुलिस किसी तरह भीड से बचाकर डाक्टर को अस्पताल के पीछे दरबाजे से निकालकर थाने ला पाई।

ऊसराहार मे स्वास्थ विभाग के संरक्षण में चल रहे दर्जनो अस्पतालों मे आए दिन मौत का खेल होता है ट्रेंड डाक्टरो के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराकर इन्हे झोलाछाप डाक्टर चला रहे हैं इनके रजिस्ट्रेशन मे मानको को दरकिनार कर स्वास्थ विभाग इनका रजिस्ट्रेशन भी खूब कर रहा है और परिणाम मे आम लोगो को अपने परिजनो को खोना पड रहा है ऊसराहार कस्बा मे किशनी मार्ग पर सिटी हास्पिटल मे दो दिन पहले शमशेर गंज निवासी सिंटू ने अपनी 23 वर्षीय पत्नी सोनी को प्रसव के लिए भर्ती कराया था सिंटू ने बताया 14 फरबरी को अस्पताल संचालक अमित यादव ने कहा बच्चे की डिलेवरी के लिए आप्रेशन करना पडेगा 65 हजार रूपए का खर्चा बताया जिसके बाद खुद अमित ने उसकी पत्नी का गलत आप्रेशन किया उसकी पत्नी को बेटी हुई लेकिन गलत आप्रेशन के कारण सोनी की हालत बिगड गई बताया जाता है हालत बिगड़ने के बाद अमित ने खून की कमी बताते हुए तीन बोतल खून के लिए तत्काल 24 हजार रूपए सिंटू से ऐंठ लिए और एक बोतल खून की लगा दी जिसके बाद उसकी पत्नी की हालत बिगड गई गुरूवार को चार बजे जब हालत नाजुक हो गई तो संचालक ने तत्काल महिला को अस्पताल से बाहर कर दिया लेकिन इससे पहले महिला अस्पताल के गेट पर पहुंचती उसकी मौत हो गई इसके बाद महिला के परिजन आक्रोशित हो गए और सोनी के शव को अस्पताल मे रख कर हंगामा किया परिजन डाक्टर पर शराब पीकर अस्पताल चलाने का आरोप लगा रहे थे घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष गंगादास गौतम पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुच गए आक्रोशित भीड डाक्टर को पीटने पर आमादा थी किसी तरह थानाध्यक्ष ने उसे पीछे के गेट से निकालकर थाने पहुंचाया परिजन डाक्टर के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर अडे थे डाक्टर अमित यादव ने बताया महिला को दो दिन पहले भर्ती किया गया था आप्रेशन उन्होने नही डाक्टर अनुराग यादव ने किया था उनका अस्पताल आप्रेशन के लिए रजिस्टर्ड है थानाध्यक्ष गंगादास गौतम ने बताया पीडित की ओर से तहरीर मिली है मुक़दमा दर्ज किया जा रहा है।