जेडीयू से नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा कर दी है. पत्रकारों से बात करते हुए कुशवाहा ने कहा कि 2 साल पहले वह नीतीश कुमार के कहने पर जेडीयू में आए थे.
उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया अब वह अपना अलग रास्ता चुन रहे हैं. कार्यकर्ताओं के खुले अधिवेशन में नई पार्टी बनाने का प्रस्ताव गया है,. समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ मिल-बैठकर आगे की रणनीति पर अमल करेंगे. उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू और एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जिस विरासत को कभी लालू प्रसाद यादव को सौंपा गया था लेकिन लालू यादव शुरुआती दिनों को छोड़कर बाद में अपने परिवार के लिए ही काम करने लगे. संघर्ष के बाद जिस विरासत को हम लोग छीन कर लाए थे फिर से उसी के पास कैसे जाने देते.
हमने हिस्सेदारी की बात की थी लेकिन अब नीतीश कुमार के पास कुछ है ही नहीं तो उनसे क्या हिस्सा लेंगे जनता के बीच हम लोग जाएंगे. विरासत में लव-कुश अति पिछड़ा दलित, अल्पसंख्यक और सवर्ण सभी को हिस्सेदारी मिलेगी.