रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया। टीबी मुक्त भारत बनाने की दिशा में विविध प्रयास हो रहे हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत गुरुवार को शहर औरैया स्थित नवोदय विद्यालय में स्वास्थ्य टीम ने छात्रों को जागरूक किया। साथ ही विद्यालय के कुल 401 बच्चों की स्क्रीनिंग हुई।
उप जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ एपी सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कुशल निर्देशन पर जागरूकता अभियान चल रहा है। उन्होंने क्षय यानी टीबी बीमारी के प्रसार और बचाव के बारे में विस्तृत रूप से बच्चों को बताया। कहा कि टीबी होने पर डाट्स का इलाज करें एवं बीच में दवा नहीं छोड़ें। खांसते समय और छीकते वक्त मुंह पर कपड़ा रखें। साथ ही टीबी के कारण, लक्षण, जांच, उपचार व पोषण के लिए उपचार के दौरान हर माह मिलने वाले 500 रुपये के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बच्चों से अपील की कि टीबी रोग छिपाने से ठीक नहीं होगा। टीबी के लक्षण दिखने पर जल्द जांच करानी चाहिए। टीबी की पुष्टि होने के बाद डॉक्टर के परामर्श पर सम्पूर्ण उपचार के साथ पूरी तरह से ठीक हो सकता है। याद रखें कि अगर दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी आ रही है तो लापरवाही न बरतें, तुरंत जांच कराएं। क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला पीपीएम समन्वयक रविभान सिंह ने कहा कि टीबी के लक्षण के बारे में सभी को जानकारी रखनी चाहिए। दो सप्ताह या इससे अधिक समय से खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम के समय हल्का बुखार आना, वजन का कम होना और भूख न लगना आदि क्षयरोग के लक्षण होते हैं।
इस मौक पर डॉ विजय आनंद, प्रधानचार्य श्री श्री चंद्र सिंह , एलटी प्रकाश विश्वास, अध्यापकों सहित सभी छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।