रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया। शहर के मदार दरवाजा व विधीचन्द में मकानों में आई दरार के कारणों की जांच करने शनिवार को आईआईटी कानपुर की भूगर्भ की टीम आई। मिट्टी के नमूने लेने आई है। इससे पहले आई वैज्ञानिकों की टीम की प्रारंभिक जांच में कारण स्प्ष्ट नहीं कर सकी थी। अब आईआईटी में मिट्टी की जांच के बाद ही कारण स्प्ष्ट हो सकेगा।मदार दरवाजा व विधीचन्द मोहल्ले में एक दर्जन से अधिक मकानों में दरार आ गई थी। कई गिरने के कगार पर हैं। नगर पालिका व सिंचाई विभाग एवं पीडब्ल्यूडी विभाग की सयुंक्त जांच में स्पष्ट नहीं हुआ। सिंचाई विभाग व पीडब्ल्यूडी विभाग ने दरार आने का कारण नगर पालिका के नलकूप की पाईप लाइन का रिसाव माना जिसे नगर पालिका में स्वीकार नहीं किया। इसके बाद नगर पालिका ने बल्ली लगाकर गली को बन्द किया है।मकान मालिक डरे हुए है और कुछ लोग मकान गिरने के डर से तोड़ने भी लगे है। बीते स्पताह भूगर्भ वैज्ञानिक आईआईटी कानपुर की टीम आई थी जिसमें असिस्टेंट प्रोफेसर दिवाकर घोसल के साथ असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट अमित प्रसाद,एसोसिएट प्रो. आरग्या प्रसाद व असिस्टेंट प्रोफेसर सुपर्णो मुखोपाध्याय पहुंचे और जांच की। टीम ने सभी मकानों की गहनता से जांच की। सभी बिन्दुओ पर जांच के बार भी कारण स्प्ष्ट नहीं हो सका था। आज शनिवार को आईआईटी भूगर्भ की टीम मिट्टी के नमूने लेने पहुंची।मोहल्ले में मशीन से मिट्टी की कई जगह नमूने लिए गए। आईआईटी कानपुर के साइट इंजीनियर धर्मपाल सिंह ने बताया कि मिट्टी की जांच के लिए फील्ड टेस्ट किया है और 70 फीट से मिट्टी जांच। के लिए ली है जो कानपुर आईआईटी की लैब में जांच होगी। पानी का लेबल ट्यूबवेल बन्द कराकर व चालू करकार दोनो प्रकार से जांच की है। अभी और विस्तृत जांच होगी। तब स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर किस कारण मकानों में दरार आ रही हैं।