भारत गुरुवार से यहां शुरू हो रही विश्व चैंपियनशिप में महिला मुक्केबाजी में अपने बढ़ते रुतबे के अनुरूप मजबूत प्रदर्शन करने के इरादे से उतरेगा तो उसे निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन से काफी उम्मीदे होंगी।
बाएं घुटने की चोट से उबर रहीं छह बार की चैंपियन दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकोम की अनुपस्थिति में विश्व चैंपियन निकहत और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना 12 सदस्यीय भारतीय टीम की अगुवाई करेंगी।
उन्होंने लाइट फ्लाई वेट वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण जीता लेकिन बर्मिंघम खेलों में मुकाबला उतना कड़ा नहीं था। विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने 75 किग्रा वर्ग में एशियाई चैंपियनशिप जीती थी लेकिन वह अब भी अपने नए भार वर्ग के अनुसार ढल रही हैं।
लवलीना ने कहा, ‘मेरे मुक्कों की ताकत में सुधार पर ध्यान दिया जा रहा है मेरे विरोधी 69 किग्रा वर्ग के मुकाबले ज्यादा मजबूत होंगे।’ नजरें राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन नीतू घंघास (48 किग्रा) और पिछले सत्र की कांस्य पदक विजेता मनीषा मोन (57 किग्रा) पर भी होंगी। साक्षी चौधरी (52 किग्रा), प्रीति (54 किग्रा), शशि चोपड़ा (63 किग्रा), सनामचा चानू (70 किग्रा) से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।