वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक को सरकार ने 3 साल पहले भारत में बैन कर दिया था। कंपनी के पास अब भी हजारों भारतीयों का निजी डाटा मौजूद है।
फोर्ब्स की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। टिकटॉक के एक कर्मचारी ने फोर्ब्स को बताया कि भारतीयों को इस बात का अंदाजा नहीं है कि कंपनी के पास उनका डेटा कितना कीमती है।
टिक टॉक ने फोर्ब्स की रिपोर्ट को गलत बताया है और कहा है कि कंपनी सभी नियमों का पालन कर रही है। भारत सरकार के आदेश के बाद कंपनी की आंतरिक नीति के तहत सभी डेटा नियंत्रण में है, जिसकी पहुंच सीमित है।
पिछले हफ्ते टिकटॉक ने भारत में अपने 40 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। टिकटॉक ने 2020 में भारत में रिमोट सेल्स सपोर्ट हब खोला था, जिसे कंपनी ने दूसरे देशों की सेल्स टीम को सपोर्ट करने के लिए खोला था।
अब तक 400 से ज्यादा ऐप्स को बैन किया जा चुका है. पिछले महीने फरवरी में सरकार ने 230 ऐप्स को बैन किया था, जिनमें से 138 बेटिंग ऐप और 94 लोन ऐप थे। दरअसल, इन ऐप्स के जरिए लोगों के निजी डेटा का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा था।