केला त्रिगमा देवी से ब्रह्माणी मैया तक 400 भक्तो ने की पदयात्रा
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* लांगुरिया और देवी गीतों से गुंजायित रहा,16 कि.मी.लंबा रास्ता
जसवंतनगर(इटावा)।देवी भक्तों का उत्साह इन दिनों चरम पर है।वह तरह-तरह से देवी मैया को प्रसन्न करने का यत्न और प्रयास कर रहे हैं।
रविवार को इसी के तहत करीब 300- 400 श्रद्धालु यहां नगर के केला गमा देवी मंदिर से बीहड़ों में विराजमान देवी ब्राह्मणी के लिए।पैदल ही उनके दर्शनों के लिए रवाना हुए। इनमे महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी शामिल थे।
नगर से 16 किलोमीटर दूर स्थित ब्राह्मणी मंदिर जाने के लिए सभी जब पैदल यात्रा पर निकले,उनको जोरदार विदाई अन्य भक्तों ने दी। गर्मीले, तपते मौसम में माता के जयकारे के नारे लगाते भक्तों का जोश देखते ही बन रहा था।
तड़के सुबह इन श्रद्धालुओं ने जसवंत नगर की विख्यात माता कैला त्रिगमा देवी मंदिर से अपनी यात्रा आरंभ की। पहले सभी भक् केला मंदिर पर एकत्रित हुए तथा मैया के चरणों में नमन वंदन कर कर आशीषे लीं और जयकारों के साथ अपनी यात्राआरंभ की। यात्रा भर देवी गीत और लांगुरिया गुंजायमान रहीं। भक्तों ने करीब 4 घण्टे में15 किलोमीटर की यात्रा पूरी की। वहां पहुंचकर सभी ने माता ब्रह्माणी की मंदिर में पूजा,अर्चना की, फिर वापस जसवंतनगर की ओर लौटे।
केला त्रिगमा देवी मंदिर से माता ब्रह्माणी देवी मंदिर तक की यह पदयात्रा भक्तों ने लगातार छठवीं वर्ष पूरी की है। सन 2017 में इस यात्रा का शुभारंभ देवी भक्त सूर्यांश ने किया था।तब से यह परंपरा निरंतर जारी है, प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
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फोटो- जसवंत नगर से ब्रह्माणी देवी की पदयात्रा पर जाते देवी भक्त।
*वेदव्रत गुप्ता*