फोटो: -जानकारी देते रविंद्र यादव
जसवंतनगर (इटावा)। अब किसानों का गल्ला मंडी में आढ़तियों को इलेक्ट्रॉनिक कांटों से तौल कर खरीदना होगा। अब पल्ला सिस्टम भी मंडी से समाप्त कर दिया गया है।
बुधवार को नई मंडी में ध्वनि विस्तारक से अनाउंस कराया गया कि अब कांटे बांटों से तौल कर के किसानों का गल्ला यानि जिंस कोई आढती नहीं खरीद सकेगा । आढ तियां को अपने प्रतिष्ठान में इलेक्ट्रॉनिक कांटा अनिवार्य रूप से रखना होगा।
किसान द्वारा लाए गल्ले को बोरियों में भरकर इलेक्ट्रॉनिक कांटे से तौलना होगा। तौले गये माल़ की बोरियों की कुल गिनती करके उनका टोटल वजन निकालकर किसान को बताना होगा। साथ ही किसान को उसकी पूरी तौल से संतुष्ट करना होगा।
इस संबंध में स्थानीय कृषि मंडी समिति के प्रभारी सचिव रविंद्र कुमार यादव तथा सहायक संतोष कुमार पाराशर ने बताया है कि उप जिलाधिकारी कौशल कुमार के आदेश पर यह व्यवस्था 1 अप्रैल से मंडी में लागू की जा रही है , ईजो आढतियां इसका पालन नहीं करेंगे, उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उनका मंडी लाइसेंस भी निरस्त किया जा सकता है। श्री रविंद् कुमार ने बताया कि इस व्यवस्था से किसानों के साथ घटतौली नहीं हो सकेगी और पारदर्शी ढंग से किसान अपना माल जीत सकेंगे।
*वेदव्रत गुप्ता*
फोटो: -जानकारी देते रविंद्र यादव