माधव संदेश/ ब्यूरो चीफ जय सिंह यादव
रायबरेली । बुलंद आवाज, निडर और स्वाभिमानी शख्शियत के धनी रहे मधुपुरी के पूर्व प्रधान के रमाशंकर पांडे के निधन से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई । बताते चलें कि 1952 में मधुपुरी के किसान परिवार में जन्में रमाशंकर पांडे ने 26 मार्च की रात में एम्स में अंतिम सांस ली । अंतिम संस्कार के लिए डलमऊ निकली अंतिम यात्रा में जिले के हजारों लोग शामिल रहे । अंतिम यात्रा के साथ ही घर पहुँच करके सांत्वना देने वालों में विशेष रूप से राही के ब्लाक प्रमुख धर्मेंद्र बहादुर यादव (राजू भैया), जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रामसिंह यादव, वरिष्ठ पत्रकार गौरव अवस्थी, युवा पत्रकार दीपक राही, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी, प्रवक्ता विनय द्विवेदी, सपा नेता नीलू पांडे, शिक्षक नेता लल्लन मिश्रा, श्रीकान्त अवस्थी, कलेक्ट्रेट से कर्मचारी नेता रामेन्द्र मिश्रा, स्टेनो महेश त्रिपाठी, अमिय शुक्ला, मुकेश श्रीवास्तव, प्रधान शैलेन्द्र यादव, गोवर्धन वर्मा, सुनील कुमार सहित दर्जनों प्रधान, पूर्व प्रधान, बीडीसी, शामिल रहे । उल्लेखनीय है कि निधन की सूचना मिलते ही सदर विधायक अदिति सिंह ने परिवार से मिल शोक संवेदना व्यक्त की ।
1988 में बने प्रधान तो फिर मुड़ कर नहीं देखा पीछे
रायबरेली । वर्ष 1988 में पहली बार प्रधान बनने के बाद रमाशंकर पांडे 1995 तक प्रधान रहे । उसके बाद फिर बीडीसी बनकर 2000 तक जनता की सेवा की । उसके बाद 2005 में पुनः प्रधान बने । यहीं नहीं सीट बदलने के बाद 2010 में पत्नी प्रेमलली पांडे को चुनाव लड़ा करके प्रधान बनाया । इसी दौरान पत्नी प्रेमलली पांडे को 29 अप्रैल 2012 को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मान दिलाया । फिर आरक्षण के चलते चुनाव नहीं लड़ पाये लेकिन पुनः 2020 में महिला सीट पर पत्नी को प्रधान बनाकर अपना वर्चस्व कायम रखा ।