देश में करीब आठ महीने बाद कोविड फिर से खतरे की घंटी बजा रहा है. एक्टिव केस 35 हजार के पार पहुंच चुके हैं. हर दिन पांच हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं.वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए नई लहर की आशंका जताई जा रही है. वायरस के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन फिर भी लोग कोविड को हल्के में ले रहे हैं.
ऐसा करना भारी पड़ सकता है. एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि लोग कोविड को हल्के में ले रहे हैं. हर दिन केस बढ़ने के वावजूद भी लापरवाही बरती जा रही है. ऐसे में केस तेजी से बढ़ सकते हैं.
आने वाले दिनों में दैनिक मामलों में इजाफा होने की आशंका है. केस बढ़ने से बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों के मरीजों को खतरा हो सकता है.
नए-नए सब वेरिएंट्स सामने आ रहे हैं. कोई भी नया वेरिएंट आता है तो वो लोगों को संक्रमित करता है.
कमजोर इम्यूनिटी वालों में वायरस के लक्षण दिखते हैं और जांच में ये लोग पॉजिटिव भी आते हैं. फिलहाल ओमिक्रॉन के अलग-अलग सब वेरिएंट से कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. जब सरकार कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती करे तभी हम इनको फॉलो करें. वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए खुद से सतर्क रहना जरूरी है, लेकिन देखा जा रहा है कि लोग लापरवाही कर रहे हैं.