रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया । कोरोना से बचाव के लिए शुरू हुए टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीन के कुशल प्रबंधन, इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ई-विन) एवं कोविड वैक्सीनेसन में उत्कृष्ट कार्य करने पर मंगलवार को राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक डॉ अपर्णा उपाध्याय ने जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह और ड्रिस्ट्रिक्ट वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर सतेंद्र सिंह को मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
लखनऊ में आयोजित प्रदेश स्तरीय इलेक्ट्रानिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ई-विन) की कार्यशाला में टीकाकरण रखरखाव को बेहतर तरीके से बताया गया। यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव का कहना है की वैक्सीन के बनने से लेकर लाभार्थी तक पहुंचने तक उसे एक लम्बा सफ़र तय करना पड़ता है। ऐसे में तापमान और रौशनी के प्रभाव से कई वैक्सीन अपनी क्षमता खो देती हैं। इसीलिए कोल्ड चेन प्रबंधन के तहत हर जिले में कोल्ड चेन स्टोर बनाए गए हैं। वहीँ सप्लाई चेन के तहत यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा, सही समय, सही स्थान, सही तापमान पर ही सही लाभार्थी तक पहुंचे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया की कोरोना संक्रमण के दौरान केंद्र सरकार ने को-विन एप लांच किया था। इस एप में कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थी के विषय में समस्त जानकारी भरी जाती थी, इसी के बाद उसे स्लॉट एलॉट होता था और टीका लगता था।
इस तरह कोरोना से संबंधित कोविशील्ड, कोवैक्सीन और नियमित टीकाकरण की वैक्सीन का रखरखाव और वितरण की स्थिति के बारे में सीधी मॉनीटरिंग की गई। संक्रमण काल में यूएनडीपी के वीसीसीएम ने वैक्सीन के रखरखाव की जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाई। इसके अलावा नियमित टीकाकरण की वैक्सीन के रखरखाव में भी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।