माधव संदेश/ संवाददाता। रायबरेली में कुत्तों के हमले से एक बारहसिंघा की मौत हो गई जबकि एक का इलाज चल रहा है बताया जा रहा है कि गंगा के किनारे जंगलों में पिछले 1 साल से बड़े-बड़े जंगलों का सफाया किया जा रहा है जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और इसी के चलते वन्य जीव आस-पास के गांव की तरफ जा रहे हैं जिससे हिरण और बारहसिंघा पर कुत्ते हमला कर रहे हैं। मामला लालगंज तहसील क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे रालपुर ,गेगासों ,कटरा जेनेवा ,खजूरगांव छेत्र में गंगा नदी के किनारे जंगलों में काफी संख्या में हिरन बारह सिंघा जैसे कई प्रजाति के वन्य जीव रहते है पिछले एक वर्ष से सरकार द्वारा चिलवल के पेड़ों को परमिट में छूट के दायरे में करने से लकड़ी माफिया जंगलों का तेजी से सफाया कर रहे है इसी के चलते जंगलों में रहने वाले वन्य जीव गांवों की तरफ आ जा रहे है जिसके चलते कुत्तों और शिकार करने वालों की नजर में आ जाते है आज सरेनी थाना छेत्र के बैसनपुरवा गांव में एक घायल बारह सिंघा भागते हुए पहुंचा और फिर गिर गया देखा गया तो गंभीर घायल था सूचना पाकर गेगासो पुलिस मौके पर पहुंच गई लेकिन सूचना के कई घंटे बाद वन विभाग की टीम पहुंची तब तक उसकी मौत हो गई वहीं दूसरी तरफ लालगंज कोतवाली छेत्र में कुत्तों के हमले से भागकर कटराजनेवा गांव में एक बारहसिंघा पहुंच गया जिसे लोगों ने कुत्तों से बचाकर उसे बांध लिया और स्थानीय पशु चिकित्सक को सूचित किया जिसके बाद मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक ने पैरों से घायल बारहसिंघा का इलाज किया घायल बारहसिंघा को लेने वन विभाग की टीम नहीं पहुंची जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश दिखा ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 1 साल से बराबर गंगा नदी के किनारे जंगलों में पेड़ों की कटान करके जंगलों का सफाया किया जा रहा है लेकिन कोई भी अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है जंगलों के सफाया होने से वन्य जीव गांव की तरफ भाग रहे हैं जिसके चलते आए दिन हिरण और बारहसिंघा सबसे ज्यादा कुत्तों का शिकार बन रहे हैं आज कुत्तों के हमले से क्षेत्र में दो घायल हुए जिसमें एक की मौत हो गई और एक को घायल अवस्था में बचा लिया गया।