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सिसहाट नगरीय वार्डों की दोनो महिला सभासद ‘शोभा’ और ‘गीता’ विकास को उत्सुक —–

फोटो :- सिसहाट गांव से निर्वाचित सभासद क्रमशःशोभादेवी,गीता देवी
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जसवन्तनगर(इटावा) नगर की सीमा से लगा सिसहाट कभी एक गांव भर था। हालांकि अभी भी ग्राम पंचायत है, मगर अब इसका एक बड़ा हिस्सा जसवंतनगर कस्बा से जोड़कर नगर पालिका परिषद जसवंतनगर का हिस्सा बन गया है। इन हिस्सों से 2 वार्ड सभासद निर्वाचित होते हैं, जिनकी जिम्मेदारी इस हिस्से का विकास नगरपालिका से कराना होता है।
    इस बार चुनावों में सिसहाट पूर्वी एवं सिसहाट पश्चिमी वार्ड से चुनी गई दोनों सभाषद महिला है। इनमें शोभा देवी वार्ड 1,सिसहाट से 52 वोट से आम आदमी उम्मीदवार को हराकर जीती है। गीता देवी वार्ड 20 सिसहाट से निर्दलीय प्रत्याशी के मुकाबले120 वोटों से विजई होकर सभासद बनी है।
  दोनों में शोभा देवी तो  मिडिल पास हैं , गीता देवी ग्रेजुएट  है। दोनों अपने अपने वार्ड के विकास के लिए कृत संकल्पित दिखी।वह वार्ड की जो भी समस्याएं हैं, उनसे निजात के लिए काम करेंगी और लोगों को ग्रामीण परिवेशीय परेशानियों से मुक्ति  दिलवाएंगी।
सभासद शोभा देवी बोलीं कि उनके वार्ड में अधिकांश गलियां उखड़ी और गड्ढा दार हैं। हमारे वार्ड में कई जगह बिजली के पोल ही नहीं हैं।और जहां हैं ,उन पर स्ट्रीट लाइटों का अभाव है। लगाई गई भी,तो खराब पड़ी है। ऐसे में उनकी प्राथमिकता है कि जल्द गलियों को बनवाया जाए और उनको गड्ढा मुक्त किया जाए। स्ट्रीट लाइट का प्रबंध वह सबसे पहले कराएंगी।सभाषद शोभा देवी के मकान के आगे खुद  सड़क नहीं हैं, जो कच्चा रास्ता बना है, उस पर जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण रास्ता कीचड़ से भरा रहता है। बरसात  में तो लोगों का निकलना भी दुश्वार हो जाता है।
   उनका कहना है कि भले ही उनकी सड़क सबसे बाद में  बने, लेकिन अपने वार्ड की अन्य सभी सड़कों व गलियों पर काम कराकर वार्ड के लोगों का मन जीतेगी।
     सिसहाट पश्चिमी से चुनी गईं सभासद गीता देवी ने बताया कि उनके वार्ड में गन्दगी का अंबार है, जिसके चलते हर तरफ मच्छरों का प्रकोप है। गलियां टूटी, गड्ढादार और स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं।उन्होंने कई गलियों  के निर्माण की फहरिस्त तैयार की है।
उन्होंने बताया कि पानी की जलनिकासी के लिए बना नाला एंड में खेतों में खोल दिया गया है, जिससे 10 बीघा के लगभग कृषि भूमि जलभराव के चलते बर्बाद हो रही है। इन समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। जो लोग गलियों व सड़कों पर अपने जानवर बांधकर सड़क घेर लेते हैं ,उनके साथ बैठकर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।
इन दो वार्डों वाले सिसहाट नगरीय क्षेत्र में बने एक सामुदायिक शौचालय को तो विद्यालय के अंदर कर लिया गया है। छुट्टी के बाद गेट बंद होने पर शौचालय स्कूल के अंदर हो जाता है।
दूसरा सामुदायिक शौचालय कहीं ढूढें ही नहीं मिलता है।क्षेत्र में सारे हैण्डपम्प खराब पड़े हैं। जिस वजह पेयजल समस्या बनी रहती है।
*वेदव्रत गुप्ता
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