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जसवंतनगर(इटावा)।देश के महानतम शूरवीर और भारत माता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले योद्धा महाराणा प्रताप की 483 वीं जयंती सोमवार को भारत विकास परिषद मुख्य शाखा जसवंतनगर द्वारा यहां ब्रायटिंड एजुकेशनल अकैडमी स्कूल में पूरे जोश और समर्पण के साथ मनाई गई।
हालांकि अंग्रेजी तिथि के अनुसार उनका जन्म 9, मई,1540 को होना बताया जाता है, मगर ज्योतिषीय पंचांग के अनुसार उनका जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया को हुआ था। भारत विकास परिषद शाखा ने हिंदू पंचांग के अनुसार ही आज जयंती मनाई।
यह जानकारी देते हुए भारत विकास परिषद के प्रांतीय पदाधिकारी डॉक्टर स्वराज्य प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि हम भारतीय हैं, इसलिए अपने देश के इस वीर का भारतीय पंचांग के अनुसार ही जन्म दिन मना रहे है। उन्होंने कहा कि वीर महाराणा प्रताप का कद 7 फुट, 5 इंच था। वह 100 किलो से ऊपर वजन की तलवार से युद्ध मैदान में उतर कर दुश्मनों के छक्के छुड़ाते थे।इसके बावजूद कभी निहत्थों पर वार नहीं करते थे। देश की रक्षा के लिए उन्होंने किसी से कोई समझौता करना गवारा नहीं किया। अपने घोड़े चेतक की दम पर उन्होंने युद्ध मैदान में वह इतिहास रचा किआज भी हम सबके लिए प्रेरणाप्रद है।
उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए ही आज भारत विकास परिषद शाखा ने अपने सिद्धांत “संस्कार” के तहत उनका जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर महाराणा प्रताप के चित्र पर शाखा के सभी सदस्यों ने पुष्प मालाएं अर्पित की।
इस अवसर पर अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ,सचिव अनुभव यादव, कोषाध्यक्ष सुमित गुप्ता, सदस्यगण सौदान सिंह यादव ,शैलेंद्र दुबे डॉक्टर पुष्पेंद्र पुरवार, शिवकांत जैन, पवन वर्मा, संजय गुप्ता, अमर चंद शर्मा, दिनेश चौरसिया, अमित चौरसिया, बटेश्वरी दयाल प्रजापति, पवन शिवहरे,राजीव कुमार आदि मौजूद थे।
*वेदव्रत गुप्ता