इटावा- दिन बुधवार को पर्वाधिराज पयुर्षण पर्व एव दशलक्षण महा पर्व मे जैन मंदिर मे 10 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन श्री पारस नाथ दिंगबर जैन मंदिर लालपुरा मे अहिंसा तीर्थ इटावा गौरव आचार्य श्री 108 प्रमुख सागर महाराज जी ससंघ के सानिध्य मे चल रहा है प्रातः काल श्री जी का अभिषेक और शांति धारा आचार्य श्री के मुखविंद कराई गई आचार्य श्री के सानिध्य मे उत्तम सयंम धर्म की पूजन मे शिविरार्थी सम्मलित हुऐ आचार्य श्री के बताया कि सुगंध दशमी का कल यानी दिन गुरुवार को बनाई जायेगी इसका महत्व जिनागम मे इस प्रकार से आया की एक राजा की रानी जिसने मुनिराज का अपमान किया था फिर उसने मुनिराज की सेवा की तो राजकुमारी बनी लेकिन उसने मुनिराज के ऊपर थूका था इस कारण उसके शरीर मे से बदबू ही बदवू भरी हुई. थी उसको सभी लोग दुर्गन्धा नाम से चिड़ाने लगे थे पुनः उस गांव मे मुनिराज पहुंचे उन्होंने राजकुमारी के बारे मे पूछा सतं कहा कि इसने पूर्व समय मुनिराज की निंदा की थी इसलिये इसके शरीर से दुर्गन्ध भरी है यदि यह सुगंध दशमी का वृत्त करेगी तो इसके शरीर दुर्गन्ध आना बंद हो जायेगी उन्होंने ऐसा ही किया 10साल के लिये सुगंध दशमी का वृत्त रखा उसके शरीर से दुर्गंध आना बंद हो गई इसलिये सुगंध दशमी महा पर्व बनाया जाता है सभी मंदिरों मे लोगों जाकर अग्नि पात्र मे धूप डालते है जिससे उसके जीवन मे भी सुगंध ही सुगंध रहे। सांयकाल प्रतिक्रमण व श्री जी की आरती और गुरू भक्ति संगीत के साथ संपन्न हुई रात्रि मे बच्चो के सांस्रकृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया चातुर्मास कमेठी के सभी पदाधिकारी और महिला मंडल मौजूद रहा।