भूसे में घुसे 6 फ़ीट लम्बे घोड़ा पछाड़ को देख मचा हड़कंप,सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू
👉घोड़ा पछाड़ सर्प जहरीला ही नहीं होता कृपया उसे बेवजह न मारें न ही उससे डरें।
👉विषहीन घोड़ा पछाड़ सर्प एक बेहतरीन पर्यावरण एवम किसान मित्र सर्प भी होता है। सर्पमित्र – डॉ आशीष त्रिपाठी
इटावा । मानिकपुर मोहन थाना क्षेत्र के अंतर्गत नगला बर्र में एक किसान के घर में रखे भूसे के ढेर में लगभग 6 फ़ीट लम्बा एक घोड़ा पछाड़ सर्प अचानक से घुस गया जिसे ग्रामीण अनिल राजपूत ने घुसते हुए देख लिया। संभवतः वह अपने भोजन के लिए किसी चूहे की तलाश में ही वहां आया था। उस सर्प को देखकर किसान अनिल व उनके घरवाले बेहद ही घबरा गए तभी अनिल राजपूत ने वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को फोन पर घर में घुसे सर्प के दिखाई देने की तत्काल सूचना दी । सूचना मिलते ही डॉ आशीष 15 से 20 मिनट में मौके पर पहुंचे और 5 मिनट में ही उस सर्प को काबू कर सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर उसके प्राकृतवास में ले जाकर छोड़ भी दिया। रेस्क्यू के मौके पर डॉ आशीष द्वारा ग्रामीणों व महिलाओ को अन्य जहरीले सर्पों के सर्प दंश के इलाज के बारे में बता कर जागरूक किया गया। संस्था ओशन के महासचिव, मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर डॉ आशीष त्रिपाठी ने वहां उपस्थित सभी लोगों को जानकारी देते हुये बताया कि, यह सर्प विषहीन घोड़ा पछाड़ (चूहा साँप) होता है जिसे जन्तु वैज्ञानिक भाषा मे प्टयास म्यूकोसा भी कहते है,इस विषहीन सर्प से किसी को भी कोई नुकसान भी नही होता है और विशेष बात यह है कि, यह एक पर्यावरण एवम किसान मित्र सर्प भी होता है जो आपके घरों के चूहों को समाप्त करने में आपकी मदद करता है, अभी इस समय गर्मी शुरू होते ही ये सभी सर्प लम्बे हाईबरनेशन के बाद ही एक्टिव हो चुके है व जीवित रहने के लिये कोई सुरक्षित जगह भी तलाश रहे है। कभी कभी पानी बरसने पर भी सर्प घर में घुस आते है क्यों की खेतों में बने इनके बिलों में पानी प्रवेश कर जाता है और तब ये किसी ऊंचे स्थान पर ही बैठना पसंद करते है और घरों की ओर चले आते है उन्होंने कहा कि, यदि कभी किसी को कोई जहरीला सर्प काट ले तो कृपया तत्काल ही बिना समय गंवाये ही मरीज के हाथ पैर जो भी हो वहां सर्प दंश से उचित दूरी पर हल्के से दो बन्ध लगाकर मरीज को सीधे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के कमरा नंबर तीन में एडमिट करायें और एंटीवेनम लगवाएं क्यों कि जहरीले सर्प (कोबरा करैत) के काटने के बाद झाड़ फूंक कराना हमेशा ही जानलेवा साबित होता है जिससे कई लोग मर भी चुके है। ज्ञात हो कि, जनपद इटावा में डॉ आशीष द्वारा चलाये जा रहे विशेष सर्पदंश जागरूकता अभियान का एक अब एक बहुत बड़ा असर हो चुका है कि, लोग सर्प दंश के बाद इलाज के लिए अस्पताल आने लगे है और लोगों ने सर्पों या अन्य वन्यजीवो को मारना ही छोड़ दिया है और सीधे ही डॉ आशीष को 7017204213 पर रेस्क्यू करने की सूचना देने लगे है। विदित हो कि डॉ आशीष जनपद इटावा में डायल 112 पुलिस सेवा व वन विभाग के सहयोग से सर्प रेस्क्यू कर लोगों की और वन्यजीवों की सहायता कर उनकी अमूल्य जान लगातार बचाते चले आ रहे है।