एक्टर-डायरेक्टर आकाशदीप साबिर जल्द ही एक फिल्म बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म का नाम होगा ‘पोस्टमैन’। यह फिल्म पोस्टमैन उमाकांत मिश्रा की वास्तविक कहानी पर आधारित होगी। डाकिया उमाकांत मिश्रा पर कानपुर के जिला मुराद में राजेंद्र नगर डाकघर से 57 रुपये चोरी करने का आरोप लगाया गया था।
मामला कोर्ट तक पहुंचा था और तीन सौ से अधिक तारीखों के बाद 2013 में उमाकांत मिश्रा निर्दोष साबित हुए। अब उन पर फिल्म बन रही है।कानपुर में 57 रुपये के गबन के आरोप से पोस्टमैन उमाकांत मिश्रा को बाइज्जत बरी होने में करीब 29 साल का लंबा वक्त लगा।
वर्षों तक खिंचे इस मुकदमे में गवाह न होने पर आखिरकार कोर्ट को उन्हें बाइज्जत बरी करना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मुकदमे पर मिश्रा के करीब 17 हजार रुपये भी खर्च हो गए। इस फिल्म में मिश्रा के साथ हुए अन्याय को दिखाने का प्रयास किया जाएगा।
‘किसी को निर्दोष साबित होने में इतना लंबा वक्त लग रहा है। किसी व्यक्ति को सॉरी कहने में आप उससे दोहरे आजीवन कारावास की बराबर इंतजार करा रहे हैं। न्याय विभाग ने उनके साथ जो हैरान करने वाला अन्याय किया उसी पर फिल्म आधारित है।