सुबोध पाठक
जसवन्तनगर। क्षेत्र में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते बीती रात एक पक्का मकान जमींदोज हो गया। बलरई क्षेत्र के नगला तौर में पक्का मकान गिरने से अफरा तफरी मच गई। परिवार के सदस्यों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।
शनिवार को सुबह इन्द्र पाल सिंह, हरपाल सिंह, रामपाल सिंह के पक्का मकान की छत एवं दीवार गिरकर ध्वस्त हो गई। पक्के मकान का लेन्टर गिर गया जिसमें तीनों भाइयों का परिवार गुजर बसर करता था। दरअसल तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से मकान के छत व दीवारों का हिस्सा पानी से भींगकर ध्वस्त हुआ है। संयोग अच्छा रहा कि घर के कमरे में उस समय कोई नहीं था तथा उनकी बच्चियां भी बाहर थीं। अन्यथा एक बड़ी दुर्घटना घट सकती थी। तीनों भाई मजदूरी करके अपने परिवार की आजीविका चलाते हैं। कोरोना के कारण बाहर रहने वाले दो भाइयों की मजदूरी भी प्रभावित है इससे उनका परिवार बेघर हो गया है। इनका मकान गिरते ही पड़ोसी नरेंद्र तोमर उर्फ बंटू के मकान की दीवार भी गिर गई।
लगातार हुई बारिश से इनके घर में रखा बक्सा, गैस सिलेंडर चूल्हा, पंखा, कुर्सियां, चारपाई, गृहस्थी के बर्तन, साइकिल, सिलाई मशीन, मिक्सर जूसर, गेहूँ दालमसाले, सरसों, सरसों तेल सहित आदि सामान क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पाकर मौके पर क्षेत्रीय लेखपाल से पीडित परिवार ने बरसात से हुई क्षति का मुआवजा दिलाने की मांग की है।
इस संबंध में एसडीएम जसवन्तनगर नन्द प्रकाश मौर्य ने बताया कि मौके पर क्षेत्रीय लेखपाल को भेजा गया है जांच करा कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।