हाल ही में संसद का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले पेगासस नाम से एक रिपोर्ट आई, जिसमें दावा किया गया कि देश के कई जानीमानी हस्तियों के फोन की जासूसी की गई. इसको लेकर संसद के दोनों सदनों में लगातार हंगामा हो रहा है. इसकी वजह से अब तक 133 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
विपक्ष के हंगामे की वजह से लोकसभा में मौजूदा सत्र के दौरान सिर्फ 7 घंटे का कामकाज हुआ है, जबकि यहां 19 जुलाई से लेकर अब तक करीब 54 घंटे तक का काम हो सकता था. उधर ऊपरी सदन यानी राज्यसभा में भी अब तक महज 11 घंटे का काम हुआ है.
जब संसद में किसी मुद्दे को लेकर गतिरोध पैदा होता है, तो लोकसभा संभावित 54 में से केवल 7 घंटे काम करती है, जबकि राज्यसभा संभावित 53 में से 11 घंटे काम करती है. मौजूदा मानसून सत्र में अब तक संसद को 107 घंटे काम करना था.इसका मतलब है कि टैक्स चुकाने वालों का कुल नुकसान 133 करोड़ रुपये से अधिक है.
यहां भी करीब 53 घंटे की कार्यवाही हो सकती थी. यानी हिसाब लगाया जाए तो दोनों सदनों में कुल मिलाकर अब तक कुल 89 घंटे की बर्बादी हुई है. जासूसी कांड को लेकर संसद में मोदी सरकार विपक्ष के बीच जारी तकरार के बीच सदन की कार्यवाही बाधित होने की वजह से अब तक करदाताओं के 133 करोड़ रुपए बर्बाद हो चुके हैं.