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हरदोई कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन सम्पन्न!

टड़ियावां हरदोई — जनपद के विकास खण्ड टडियावां आज 20 सितंबर सोमवार के दिन को ब्लॉक परिसर में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्याम प्रकाश ने दीप प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया। मेले में राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि से संबंधित योजनाओं के बारे में उप कृषि निदेशक डॉ० नंदकिशोर ने किसानों को जैविक खेती की ओर ध्यान देने के लिए कहा इसके लिए कृषक रसायन का प्रयोग ना करें कंपोस्ट खाद हरी खाद आदि का प्रयोग करके किसान भाई जैविक खेती कर सकता है।जिससे प्राप्त होने वाले उत्पादों से मनुष्य स्वस्थ रहेगा साथ ही साथ यह बताया कि हमको अपने खेत के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा इसके लिए फसल अवशेषों को ना जला कर कृषि यंत्रों जैसे मल्चर मोल्ड बोर्ड प्लाऊ सुपर सीडर आदि का प्रयोग करके फसल अवशेष को खेत में ही प्रबंध किया जा सकता है,तथा जिन किसान भाइयों के पास ज्यादा पराली हो रही है।वह किसान अपने नजदीकी गौशाला में जाकर दो ट्राली पराली देकर एक ट्राली गोबर की खाद प्राप्त कर सकते हैं कृषि विज्ञान केंद्र से आए हुए वैज्ञानिक डॉ०पृथ्वी पाल ने बताया उद्यान विभाग से संबंधित फसलों जैसे पपीता केला मशरूम एवं सब्जी आज की खेती करके अधिक लाभ कमाया जा सकता है।गोपामाऊ विधायक ने बताया की कृषि विभाग ही ऐसा एक विभाग है।जिसमें किसान को बिना किसी मध्यस्थ के प्रधानमंत्री के द्वारा चलाई जा रही अभूतपूर्व योजना पीएम किसान सम्मान निधि किसान को प्रतिवर्ष ₹6000 तीन किस्तों में किसान के खाते में पहुंच जाती है,और बताया की कृषक भाई मछली पालन करके अधिक लाभ कमा सकते हैं मछली की कई सारी ऐसी प्रजातियां हैं।जो कम समय में अधिक लाभ देती हैं एवं मछली के बीज का उत्पादन करके भी अधिक लाभ कमाया जा सकता है।प्रभारी राजकीय कृषि बीज भंडार मोहम्मद कलीम हाशमी ने बताया कि फसल अवशेष ना जलाएं इसके लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। किसान भाइयों को फसल अवशेष से संबंधित यंत्रों पर 50 से 80% तक का अनुदान दिया जा रहा है।इसलिए किसान भाइयों से आग्रह है,कि वह फसल अवशेष ना जला कर पराली का प्रबंधन खेत में ही करें जिससे उनकी खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी और पैदावार में बड़ी बढ़ोतरी होगी और हमारी मृदा स्वस्थ रहेगी खंड विकास अधिकारी संध्या रानी ने बताया जो किसान फसल अवशेष प्रबंधन अपने खेत में ही गड्ढे बनाकर करना चाहता है।वह किसान मनरेगा के अंतर्गत गड्ढे को खुदवा कर लाभ प्राप्त कर सकता है।इसके लिए एक आवेदन खंड विकास अधिकारी के नाम किसान को देना होगा यह आवेदन कृषि विभाग के प्रभारी के माध्यम से भी दे सकता है। प्रभारी कृषि श्री हाशमी ने बताया की रबी का सीजन शुरू होने वाला है।जिसमें उन्नत प्रजातियों के बीज जैसे गेहूं सरसों मसूर मटर चना आदि के बीज राजकीय कृषि बीज भंडार पर 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध रहेंगे जिसका किसान भाई पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लाभ ले सकता है।जिन किसान भाइयों के पंजीकरण हैं उनको यह लाभ मिलेगा। वही प्रभारी कृषि रक्षा राममिलन ने बताया ट्राइकोडरमा एवं बवेरिया बेसियाना का प्रयोग करके रोगों एवं कीटों से अपनी फसल को सुरक्षित किया जा सकता है।इसके लिए किसान भाई को मृदा का उपचार एवं बीज उपचार करना आवश्यक रहेगा इससे फफूंद से उत्पन्न होने वाले रोगों से बचाया जा सकता है जैसे धान में झूठा कनडुआ। यह रसायन कृषि रक्षा इकाई पर 75% अनुदान पर उपलब्ध है साथ ही साथ इस वक्त धान की फसल में निगरानी करना नितांत आवश्यक है,क्योंकि यह समय धान के फूलने का एवं दुग्ध अवस्था का समय है।कृषि मेले में विभाग से संबंधित स्टाल लगाए गए मेले में कृषि विभाग का समस्त स्टाफ मानसिंह आदर्श जमुना प्रसाद शनी मिश्रा सर्वेश कुमार सुशील कुमार एवं प्रगतिशील किसान जगतपाल राजेश सुरेंद्र वीरेंद्र जितेंद्र अरविंद कुमार अनिल कुमार मन्नीलाल शशिकांत आदि किसान मौजूद रहे।