अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने प्रयागराज में सोमवार की शाम कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस को शव के पास से 7-8 पेज का सुसाइड नोट बरामद हुआ है.
प्रयागराज रेंज के आईजी केपी सिंह ने बताया कि उन्हें महंत नरेंद्र गिरि के फंदे पर लटकने की सूचना मिली और जब पुलिस पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर उन्हें उतारा गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. उन्होंने भी प्रथम दृष्ट्या इसे आत्महत्या बताया है. लेकिन पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है.
महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर संत समाज से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , पूर्व सीएम अखिलेश यादव और अन्य कई नेताओं तक ने शोक व्यक्त किया है.
नरेंद्र गिरि अखिल भारतीय खाड़ा परिषद के अध्यक्ष थे. 1954 में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की स्थापना हुई थी. यह परिषद देश के प्रमुख 13 अखाड़ों की प्रतिनिधि संस्था है. अध्यक्ष के तौर पर यह महंत नरेंद्र गिरि का दूसरा कार्यकाल था. अखाड़ा परिषद ही एक तरह से महामंडलेश्वर और बाबाओं को सर्टिफिकेट दिया करती है. कहा जाता है कि देश के 13 अखाड़ों के जिम्मे एक तरह से सनातन हिंदू धर्म की रक्षा का भार है.