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‘एंटी करप्शन क्या…’ अपशब्द बोलकर फंसे इंस्पेक्टर, एसएसपी ने सीओ से तलब की जांच रिपोर्ट

बरेली: बरेली के शीशगढ़ थाने के इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार आपत्तिजनक बयान देने के मामले में फंस गए हैं। उनके दो ऑडियो वायरल होने के बाद सीओ बहेड़ी को मामले की जांच सौंपी गई थी। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने अब सीओ से जांच रिपोर्ट तलब की है।पहले ऑडियो में इंस्पेक्टर बंजरिया गांव के किसान ओमकार शर्मा को धमका रहे हैं। ओमकार ने अपने खेत से मिट्टी चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और तहरीर बदलकर ईंट भट्ठा मालिक का नाम हटाने का आरोप लगाया था।

इंस्पेक्टर शीशगढ़ पर 50 हजार रुपये लेने का आरोप लगा था। साथ ही रिश्वतखोरी में पकड़े गए चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार का सरपरस्त होने का आरोप भी उनके सिर पर है। भड़के इंस्पेक्टर ने किसान से बातचीत के दौरान एंटी करप्शन टीम व मीडिया कर्मियों को लेकर अपशब्द कहे थे।वहीं, खनन का वाहन छुड़वाने आए प्रधान संघ अध्यक्ष से तकरार के दौरान भी उन्होंने मीडिया कर्मियों पर कटाक्ष किया था। अब एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने सीओ बहेड़ी से जांच रिपोर्ट तलब कर ली है। इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।

चौकी में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ था दरोगा

शीशगढ़ थाने की बंजरिया पुलिस चौकी के इंचार्ज जितेंद्र सिंह को 15 जून को एंटी करप्शन की टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। चौकी इंचार्ज के कमरे की जब तलाशी ली गई तो वहां रखे बैग में 1.06 लाख रुपये भी मिले। चौकी इंचार्ज ने बताया कि रुपये फॉलोअर के मकान बनवाने के लिए इकट्ठे किए गए हैं। हालांकि इसका कोई सुबूत नहीं मिला।

माना जा रहा है कि ये रुपये भी उगाही के हैं। जांच यह भी की जा रही है कि चौकी इंचार्ज के पास यह रुपये कहां से आए? किससे लिए गए हैं? साफ है कि चौकी इंचार्ज ने और भी लोगों से वसूली की है। इस मामले में विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। मामले में शीशगढ़ इंस्पेक्टर से लेकर चौकी पुलिस पर तैनात स्टाफ तक निशाने पर है। चौकी इंचार्ज के खिलाफ भोजीपुरा थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद उसे जेल भेजा जा चुका है। साथ ही एसएसपी ने उसे निलंबित भी कर दिया है।