Sunday , September 8 2024

इटावा ट्रेन हादसा: 24 घंटे बाद भी बहाल न हो सका फ्रेट कॉरिडोर रेलवे ट्रैक

सुबोध पाठक

वन्तनगर:मंगलवार को सुबह घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे रेलवे के डीजीएम कार्यालय दिल्ली ईडी अजय कुमार ने सबसे पहले रेल ट्रैक को साफ कर

ने का निर्देश दिया, ताकि यातायात को बहाल किया जा सके। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया घटना जी सूचना होने के बाद ही माल गाड़ियों को रेलवे लाइन द्वारा निकलना शुरू करा दिया था जब उनसे मृतक के मुआवजा के बारे में जिक्र किया गया तो उन्होंने वोट डालते हुए कहा कि द्वारा 15 हजार रुपये फ्रेट कॉरिडोर द्वारा मृतक के लिए मुआवजा तथा गंभीर घायलों 5 हजार रुपये तथा मामूली को 500 रुपये दिए जाते हैं इसके अलावा हमारे को फ्रेट कॉरिडोर रेलवे ट्रैक से कोई भी नहीं देने का प्रावधान है बाकी का एम डी साहव के आने के बाद तय किया जाएगा।

अप ट्रेक जल्दी चालू होने की उम्मीद है डाउन ट्रेक पर हादसा हुआ था जिसे सही करने के लिए मलवा को हटाए जाने के लिए कर्मचारी व क्रेन मशीनों का सहारा लेकर हटाया जा रहा है

जसवन्तनगर/इटावा जिले के  वैदपुरा थाना क्षेत्र में में सोमवार शाम 5 बजे लगभग बजे मालगाड़ियों के लिए बनाए गए फ्रेट कॉरिडोर के डाउन ट्रैक पर गांव जैतिया के पास मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के दूसरे दिन मंगलवार को भी रेलवे ट्रैक बहाल नहीं हो सका
सोमवार रात को ही को बड़ी-बड़ी क्रेनें घटनास्थल से मालगाड़ी के डिब्बों व बिखरे पड़े मलबे को हटाने का काम करने में शुरू हो गई थी मंगलवार को डीएफसीसी के अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। वहीं 24 घंटे बाद भी ट्रैक बहाल नहीं हो सका है।
जिसकी वजह से रेलवे लाइन द्वारा माल गाड़ियों का आगमन चालू किया गया था
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुए फ्रेट कॉरिडोर ट्रैक पर अब तक का यह दूसरा रेल हादसा है।  हालांकि बीते दिनों जसवंतनगर के राजपुर गांव के पास भी मालगाड़ी के 17 डिब्बे पटरी से उतर गए थे इसके बनाने में लगभग 6000 करोड रुपए की लागत से बनाया गया था लेकिन आए दिन हादसे का शिकार होता नजर आ रहा है।

घटनास्थल पर सोमवार देर रात से ही डिब्बों को हटाने के लिए क्रेनें व अन्य मशीनी उपकरण पहुंचना शुरू हो गए था। आगरा से रेलवे की क्रेन मशीन व कानपुर से क्रेन मशीन तथा बुलडोजर मशीन घटनास्थल पर सोमवार रात्रि के समय ही पहुंच गई थी एक मशीन फ्रेट कॉरिडोर के कर्मचारियों द्वारा इटावा से प्राइवेट की गई थी जिससे मलवा हटाना शुरू कर दिया गया था।
जिसके बाद कुछ बकरियों के शव भी मलबे से निकाले गए
सुबह होते ही मलबा हटाने के काम में तेजी आई। सबसे पहले मालगाड़ी के पलटे हुए डिब्बों को हटाने का काम शुरू किया गया।

जनरल मैनेजर आगरा संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 4 टीमों द्वारा कार्य किया जा रहा है जिसमें इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिकलस, इंजीनियरिंग तथा सिग्नल टीम द्वारा कार्य किया जा रहा है लगभग 500 कर्मचारी आगरा व कानपुर के लगाए गए हैं अति शीघ्र मलवा को हटाकरफ्रेट कॉरिडोर रेलवे ट्रेन चालू करा दिया जाएगा।