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रेल बजट में 50 फीसदी हिस्सा नई ट्रेनों की बजाय यात्रियों की सुरक्षा पर होगा खर्च, आएगा कवच 4.0

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में आम बजट 2024 पेश कर दिया। वित्त मंत्री से बजट में भारतीय रेलवे के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं करने की उम्मीद थी, लेकिन बजट में रेलवे को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वित्त मंत्री ने अपने बजट 2024 भाषण में भारतीय रेलवे के लिए किसी भी नई योजना या पहल की कोई घोषणा भी नहीं की। रेल यात्रियों को भी उम्मीद थी कि बजट में वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इसके अलावा रेल यात्रियों को भी उम्मीद थी कि सफर के दौरान कई सुविधाएं भी मिलेंगी, लेकिन वित्तमंत्री ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की।

केंद्रीय बजट 2024-25 पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्रीय बजट में रेल मंत्रालय को एतिहासिक राशि का आवंटन हुआ है। रेलवे को बजट में 2.62 लाख करोड़ रुपये मिले हैं। इस आवंटन का सबसे बड़ा हिस्सा 1.8 लाख हजार करोड़ रुपये सुरक्षा पर खर्च किया जाएगा। इसमें पुराने ट्रैक की जगह नए ट्रैक लगाना, सिग्नल सिस्टम को नई तकनीक के साथ विकसित करना और फ्लाईओवर-अंडरपास का निर्माण करना और ट्रेनों में कवच प्रणाली स्थापित करने में ये राशि खर्च की जाएगी।

रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि पिछले दस वर्षों में मोदी सरकार ने जो काम किए हैं, उन प्रोजेक्ट्स को हम तीसरे कार्यकाल में दोगुनी गति से इसे आगे बढ़ाएंगे। आने वाले दिनों में हम रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे, रेलवे इंजन और डिब्बों के मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ाएंगे। आमतौर पर निम्न वर्ग और मध्यवर्गीय लोगों सफर के लिए रेलवे का ज्यादा का उपयोग करते हैं। पहले के मुकाबले इन दिनों जनरल कोच में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। पिछले वित्तीय वर्ष में 700 करोड़ लोगों ने रेलवे से यात्री की है। इनमें एक व्यक्ति ने एक से अधिक बार यात्राएं की हैं। इसमें वो आंकड़ा भी शामिल किया गया है।

इसलिए रेलवे ने हाल ही में 2500 जनरल कोच लगाने का फैसला किया। साथ ही 10 हजार नए जनरल कोच बनाने का निर्णय लिया गया है। इनकी मंजूरी बजट 2024 में मिल गई है। कुछ दिनों पहले ही कवच प्रणाली 4.0 लागू हो गई है। तेजी से इसे ट्रेनों में लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं, आने वाले दिनों में रेलवे प्रोजेक्ट में तेजी लाई जाएगी।

रेलवे का जिक्र नहीं होने से गिरे रेलवे के शेयर
इसी बीच बजट में रेलवे का जिक्र नहीं होने से रेल कंपनियों से जुड़े शेयर धड़ाम हो गए। एक शेयर में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। इसका कारण रहा कि वित्त मंत्री ने रेलवे के लिए किसी भी घोषणा का जिक्र नहीं किया। हाल ही में हुए ट्रेन हादसों के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने और नई ट्रेनों के लिए कुछ घोषणाएं हो सकती हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसी का कारण रहा कि रेलवे से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में मंगलवार को जबरदस्त गिरावट आई है।