अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में कई अहम बातें अब तक सामने आई हैं. हालांकि, अब भी बहुत सारी बातें हैं जिनका पता लगाना बाकी है. महंत नरेंद्र गिरि की शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जो सामने आई है, उसमें सुसाइड की पुष्टि हो चुकी है.
महंत नरेंद्र गिरि फांसी लगाने से पहले 13 सितंबर को सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या करना चाहते थे. पुलिस को कमरे से सल्फास की गोलियां मिली है जो महंत नरेंद्र गिरि ने अपने शिष्य से मंगवाईं थी. फांसी के लिए जो रस्सी थी वो भी कुछ दिन पहले शिष्य से मंगवाई थी. पुलिस ने सल्फास की गोलियां कब्जे में ले ली हैं, जिसे केमिकल जांच के लिए भेजा गया है.
महंत नरेंद्र गिरि की शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह ‘Asphyxia’ लिखा है, यानी वो स्थिति जब व्यक्ति सांस लेने में असमर्थ हो और उससे उसकी मौत हो जाए. इसके अलावा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हिसाब से महंत नरेंद्र गिरि की मौत का समय 20 सितंबर को दोपहर 3 से 3:30 बजे के बीच है.
महंत नरेंद्र गिरि का जो वीडियो पुलिस के पास है उसमें भी इन तीनों गिरफ्तार आरोपियों का नाम लिया है. वीडियो में सिर्फ नरेंद्र गिरि का चेहरा दिख रहा है वीडियो उसी कमरे का है जिसमें लाश मिली. कपड़े भी सेम हैं. वीडियो खुद नरेंद्र गिरी ने बनाया था. वीडियो में फांसी का फंदा नहीं दिख रहा है.