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इटावा जसवंतनगर खेड़ा धौलपुर गांव में वायरल बुखार ने तेजी पकडी

सुबोध पाठक

जसवंतनगर। क्षेत्र के गाँव खेड़ा धौलपुर गांव में वायरल बुखार ने तेजी पकड ली है दर्जनों घरों में वायरल बुखार के मरीज पड़े हैं। बीती रात बुखार पीड़ित एक बालिका को इलाज हेतु ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई।
उक्त गांव निवासी चंद प्रकाश सिंह की 10 वर्षीय पुत्री स्वाति बघेल पिछले कुछ दिनों से बुखार से पीड़ित थी। अचानक उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो परिजन उसे नगर के एक चिकित्सक के यहां लाए। पैथोलॉजिस्ट द्वारा टेस्ट कराने पर पता चला कि उसकी प्लेटलेट्स 49 हजार रह गई हैं दवा दिलाने के बाद वह आगरा के एक निजी चिकित्सालय में ले गए जहां से हालत चिंताजनक होने पर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए रेफर करा लिया था। रास्ते में लाते समय स्वाति ने दम तोड़ दिया। घटना को लेकर गांव में शोक का माहौल छा गया। दो दिन पहले भी गांव में एक व्यक्ति की मौत वायरल बुखार से हो चुकी है।
गांव के दर्जनों घरों में वायरल बुखार के मरीज चारपाई पर पड़े हैं तो कोई बाहर इलाज करा रहे हैं। अर्जुन सिंह की 5 वर्षीया पुत्री दिव्यांशी का इलाज एक निजी चिकित्सालय में चल रहा है। उदय सिंह की 14 वर्षीय पुत्री प्रिया बघेल चारपाई पर पड़ी थी उसने 10 दिन से बुखार आना बताया है। राजेश का 19 वर्षीय पुत्र भी बुखार से पीड़ित है जबकि संजीव की सात साल की बेटी भूमि को भी कई दिन से बुखार खत्म नहीं हुआ है आगरा से इलाज चल रहा है। सुघर सिंह के 32 वर्षीय बेटे शिवचरन भी वायरल बुखार से पीड़ित हैं कई दिन से प्राइवेट चिकित्सक के यहां से दवा चल रही है। दीवान सिंह के बच्चे 10 वर्षीय आदित्य, 6 वर्षीय भाव्या, 3 वर्षीय प्रार्थना का इलाज भी इटावा के एक निजी चिकित्सालय में चल रहा है। दिनेश की 17 वर्षीय पुत्री रचना की हालत 2 दिन से ज्यादा खराब है।
विद्याराम बघेल खुद वायरल बुखार की चपेट में हैं उनकी 50 वर्षीय पत्नी सुनीता, 21 वर्षीय बेटी खुशबू, 17 वर्षीय बेटी कविता, 12 वर्षीय बेटा हर्षित व 11 वर्षीय बेटा शिवम कुल मिलाकर परिवार के सभी छ: सदस्य वायरल बुखार से पीड़ित हैं। सभी मरीजों में प्लेटलेट्स का गिरना बताया जा रहा है और ग्रामीण डेंगू के लक्षण बता रहे हैं।
प्रधान धीरेंद्र सिंह उर्फ भूरे ने स्वास्थ्य विभाग से अपील की है कि गांव में शिविर लगाकर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।