टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में सेमीफाइनल (Semifinal) में अपनी जगह पक्की करने के साथ ही भारतीय महिला हॉकी टीम (India Women Hockey team) ने इतिहास रच दिया है। सेमीफाइनल में पहुंचकर टीम ने मेडल की उम्मीद को बरकरार रखा है, क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया (Australia) को हराकर जीत हासिल करने पर कोई कोई खुशी है जिसके बाद देश की शेरनियों को हर कोई बधाई दे रहा है।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो में इतिहास रचते हुए पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया यह इतिहास रचा है। बता दें कि इस टीम का यह सिर्फ तीसरा ओलंपिक है।
भारत की ओर से एकमात्र गोल करने वाली भारत के पंजाब की गुरजीत कौर ने किया है। ड्रैग फ्लिकर के तौर पर खेलने वाली गुरजीत कौर ने इसी के साथ अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है।
आपकों बतां दें कि गुरजीत कौर का हाॅकी से रिश्ता इतना आसान नही हैं उन्होंने इसे अपना करियर बनाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना किया है। आईए जानते हैं उनके बारे में-
महिला हॉकी टीम के पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद भारतीय खेल समुदाय ने इसे देश की हॉकी के लिये स्वर्णिम पल करार दिया। भारतीय पुरुष टीम के 49 वर्ष बाद ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद सोमवार को महिला टीम ने आस्ट्रेलिया की विश्व में नंबर दो टीम को 1-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनायी।