उत्तराखंड में आधी अधूरी तैयारी के साथ आज से नौंवी से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुल गए हैं। छात्र-छात्राओं को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही स्कूलों में प्रवेश दिया गया। वहीं कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर ही बैठने की व्यवस्था की गई है।
हरिद्वार में पहले दिन बच्चों की संख्या सीमित रही। ज्यादातर सरकारी और अशासकीय स्कूलों में कम छात्र-छात्राएं आएं। हालांकि, सरकारी स्कूलों की अपेक्षा निजी स्कूलों की स्थिति फिर भी सही रही। बच्चों के स्कूल में आने का कोई दबाव न होने के कारण यह स्थिति बनी हुई है।
शिक्षा सचिव ने निर्देश दिए थे कि बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग स्कूलों में आवासीय परिसर में निवास करने वाले छात्र-छात्राओं एवं स्कूल स्टाफ को अधिकतम 48 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी जरूरी होगी। इसके बाद ही उन्हें स्कूल में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
जबकि बोर्डिंग एवं डे बोर्डिंग स्कूलों के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, समस्त शिक्षक, कर्मचारी, मैट्रन, आवासीय परिसर के समस्त स्टाफ एवं स्कूल में अन्य सेवाओं से जुड़े हुए समस्त कर्मचारियों की वैक्सीनेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। लेकिन अभी तक शत प्रतिशत शिक्षकों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है।