मथुरा: प्रख्यात कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज के गौरी गोपाल आश्रम में शुक्रवार सुबह भोजन वितरण के दौरान कर्मचारी का पैर फिसलने से गर्म खिचड़ी से भरा भगोना गिरने से 10 श्रद्धालु झुलस गए। सभी को आश्रम की एंबुलेंस से संयुक्त जिला अस्पताल भेजा गया। दो श्रद्धालुओं की स्थिति चिंताजनक होने पर आगरा रेफर कर दिया गया। हादसे का शिकार हुए सभी श्रद्धालु पश्चिम बंगाल से वृंदावन धार्मिक यात्रा पर आए थे।
कार्तिक मास में पश्चिम बंगाल के श्रद्धालुओं का एक दल वृंदावन की धार्मिक यात्रा पर आया है। सुबह सभी श्रद्धालु दर्शन करते हुए परिक्रमा मार्ग संत कॉलोनी स्थित गौरी गोपाल आश्रम पहुंचे। यहां आश्रम के बाहर प्रतिदिन की तरह भोजन वितरण का कार्य चल रहा था। सभी श्रद्धालु प्रसाद के लिए लाइन में खड़े थे। उसी वक्त खिचड़ी से भरा भगोना लेकर आ रहे कर्मचारी का पैर फिसल गया, जिससे खिचड़ी श्रद्धालुओं के ऊपर गिर गई और 10 श्रद्धालु झुलस गए। इससे अफरातफरी मच गई।
आननफानन आश्रम की एंबुलेंस से इन सभी को सौ शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो की हालत चिंताजनक होने पर आगरा रेफर कर दिया। अनिरुद्धाचार्य महाराज ने बताया कि प्रतिदिन 20 हजार भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है। शुक्रवार को कर्मचारी का अचानक पैर फिसलने से यह घटना हुई। झुलसे सभी लोगों को सौ शैय्या में भर्ती कराया है।
ये श्रद्धालु झुलसे
लखी राय (50) पत्नी शंभू राय और सुंदर बिसई (55) पत्नी कुसोवती बिसई निवासी हुगली, पश्चिम बंगाल, नीलमादास (70) पत्नी सुधांशु दास, राधारानी दास (60) पत्नी हीराधान दास और रमा विश्वास (50) पत्नी रमन विश्वास निवासी थाना कुलतली, जिला परगना, पश्चिम बंगाल, संध्या बिसई (60) पत्नी पशुपति बिसई, अंजना (40) पत्नी मृत्युंजय, पूर्णिमा (44) पत्नी बलराम, जलपना मंडल (55), लुखी हलधर (56) पत्नी सुधीर हलधर, श्यामा (49) पत्नी बलराम, अंजना और पूर्णिमा आगरा रेफर।
आठ की हालत फिलहाल सही
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक वंदना अग्रवाल ने बताया कि दो श्रद्धालुओं को छोड़कर आठ मरीजों की हालत फिलहाल सही है। झुलसे दो श्रद्धालुओं को आगरा के एसएन हॉस्पिटल रेफर किया है। दोनों भी करीब 20 प्रतिशत झुलसे हैं।