Sunday , November 24 2024

राजशाही अंदाज में जूना अखाड़े के साधु-संन्यासियों ने किया नगर प्रवेश, गूंजते रहे जयकारे

प्रयागराज : प्रयागराज संगम तट पर होने वाले महाकुंभ महापर्व के लिए श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के साधु-संतों ने राजशाही अंदाज में नगर प्रवेश किया। अंदावा स्थित रामापुर से शुरू हुई नगर प्रवेश यात्रा में सुसज्जित रथ, घोड़े, बग्घी आदि शामिल रहे। जगह जगह संतों का स्वागत किया गया। इसमें बड़ी संख्या में विदेशी संत भी शामिल हुए। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि के दिशा निर्देशन में नगर प्रवेश यात्रा रामापुर से शुरू होकर श्री मौजगिरि श्री पंच दशनाम तक पहुंची।

सुसज्जित रथों-बग्घियों पर सवार रहे साधु-संत

जगद्गुरु शंकराचार्य गुजरात पीठाधीश्वर महेंद्रानंद गिरि महाराज, श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, पूर्व सभापति श्रीमहंत उमा भारती महाराज, श्रीमहंत पृथ्वी गिरि महाराज, श्रीमहंत केदारपुरी महाराज, श्रीमहत सिद्धेश्वर यति महाराज, श्रीमहंत प्रेम भारती महाराज, श्रीमहंत शांति गिरि महाराज, श्रीमहंत राम गिरि महााज, श्रीमहंत सिद्धेश्वर गिरि महाराज, श्रीमहंत धनंजय गिरि महाराज, श्रीमहंत मुकुंद पुरी महाराज, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, श्रीमहंत गणपत गिरि महाराज, थानापति धीरज गिरि महाराज, थानापति रवि गिरि महाराज, थानापति मनोज गिरि महाराज, थानापति मुन्ना गिरि महाराज, थानापति कुशपुरी महाराज, रमतापंच के श्रीमहंत निरजंन भारती, श्रीमहंत रामचंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत द्धिजपुरी महाराज, श्रीमहंत मोहन गिरि महाराज, महंत कमल भारती महाराज, महंत तीरथ गिरि महराज, महंत योगदानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर विद्या चेतन सरस्वती महाराज आदि शामिल हुए।

श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के नगर प्रवेश यात्रा में शामिल साधु संत। ढोल-नगाड़े और बाजे-गाजे के साथ रथों पर सवार होकर साधु-संत यात्रा में शामिल हुए। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के नगर प्रवेश यात्रा में शामिल साधु संत। ढोल-नगाड़े और बाजे-गाजे के साथ रथों पर सवार होकर साधु-संत यात्रा में शामिल हुए।श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के नगर प्रवेश यात्रा में शामिल साधु संत। ढोल-नगाड़े और बाजे-गाजे के साथ रथों पर सवार होकर साधु-संत यात्रा में शामिल हुए।