इंफाल: मणिपुर के जिरीबाम जिले से लापता हुए पांच लोगों के शवों जो असम में नदी से बरामद किए गए थे, उनका पोस्टमार्टम सिलचर शहर के एक सरकारी अस्पताल में पूरा हो गया है। बीती 11 नवंबर को सुरक्षा बलों और कुकी-जो उग्रवादियों के बीच हुई गोलीबारी और उसमें 10 लोगों की मौत के बाद मणिपुर के जिरीबाम से छह लोग लापता हुए थे। ये लोग जिरीबाम के एक शरणार्थी शिविर से गायब हुए थे और हाल ही में इनमें से पांच के शव जिरीबाम में जिरी और असम के कछार में बराक नदी से बरामद हुए थे। शव बेहद खराब हालत में थे, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनकी हत्या कई दिन पहले की गई थी।
बराक नदी में लापता महिला के शव की तलाश की जा रही
लापता लोगों में मैतई समुदाय की तीन महिलाएं और उनके तीन बच्चे शामिल थे। अभी लापता लोगों में से एक का शव बरामद नहीं हुआ है। असम पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कछार जिले की स्थानीय इकाई छठे व्यक्ति का पता लगाने के लिए बराक नदी में तलाशी अभियान चला रही है। आरोप है कि इन लोगों की हत्या कुकी-जो उग्रवादियों द्वारा की गई। पोस्टमार्टम के बाद मणिपुर पुलिस शवों को उनके राज्य में वापस ले जाने और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को शव सौंपने के लिए आवश्यक व्यवस्था करेगी, लेकिन यह कब किया जाएगा, यह अभी पता नहीं है। असम पुलिस ने बताया कि ‘हमें मणिपुर पुलिस ने बताया है कि उन छह लोगों की हत्या करके उन्हें नदी में फेंक दिया गया है। कल ही जिरीबाम से बहकर आए दो शवों को बाहर निकाला गया था।’ अधिकारी ने कहा कि सभी शव ‘अत्यधिक सड़ी-गली’ अवस्था में एसएमसीएच मुर्दाघर पहुंचे।
जिरीबाम में हिंसा जारी
लापता लोगों की पहचान युमरेम्बम रानी देवी (60), तेलेम थोइबी देवी (31) और उनकी बेटी तेलेम थजमनबी देवी (8), लैशराम हेथोइबी देवी (25) और उनके दो बच्चों लैशराम चिंगखेंगनबा सिंह (ढाई साल) और लैशराम लमंगनबा सिंह (10 महीने) के रूप में हुई है। वहीं लापता लोगों के शव मिलने के बाद से जिरीबाम में हिंसा का दौर जारी है। इंफाल में भी गुस्साए लोगों ने कई विधायकों के घरों में आगजनी और तोड़फोड़ की है। रविवार रात में भी जिरीबाम में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की भिड़ंत में एक युवक की मौत हो गई है।