प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में रामकृष्ण मठ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महान विभूतियों की ऊर्जा कई सदियों तक संसार में सकारात्मक सृजन को विस्तार देती रहती है, इसलिए स्वामी प्रेमानंद महाराज की जयंती के दिन हम इतने पवित्र कार्य के साक्षी बन रहे हैं। लेखंबा में नवनिर्मित प्रार्थना सभागृह और साधु निवास का निर्माण, ये भारत की संत परंपरा का पोषण करेगा।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद आधुनिक विज्ञान के बहुत बड़े समर्थन थे। स्वामी जी कहते थे कि विज्ञान का महत्व केवल चीजों और घटनाओं के वर्णन तक नहीं है, बल्कि विज्ञान का महत्व हमें प्रेरित करने और आगे बढ़ाने में है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज आधुनिक टेक्नॉलॉजी के क्षेत्र में भारत की बढ़ती धमक, दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में भारत की नई पहचान, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की ओर बढ़ते कदम… आज का भारत अपनी ज्ञान परंपरा को आधार बनाते हुए तेज गति से आगे बढ़ रहा है। आज हम अमृतकाल की नई यात्रा शुरू कर चुके हैं, हमने ‘विकसित भारत’ का अमोग संकल्प लिया है, हमें इसे पूरा करना है और तय समय सीमा में पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि आज भारत, विश्व का सबसे युवा राष्ट्र है। आज भारत का युवा, विश्व में अपनी क्षमता और सामर्थ्य को प्रमाणित कर चुका है। हमें राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में नेतृत्व के लिए युवाओं को तैयार करने की जरूरत है। आज जरूरत है कि राजनीति में भी हमारे युवा नेतृत्व करें। अब हम राजनीति को सिर्फ परिवारवादियों के लिए नहीं छोड़ सकते, इसलिए हम नए वर्ष में, 2025 में नई शुरूआत करने जा रहे हैं।