Thu. Feb 6th, 2025

पिछले कुछ महीनों से दुनिया के कई देश एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) वायरस के कारण फैलने वाली संक्रामक बीमारी को लेकर चिंतित हैं। एवियन इन्फ्लूएंजा जिसे बर्ड फ्लू के नाम से भी जाना जाता रहा है, इसका इंसानों में संक्रमण दुर्लभ माना जाता रहा है। पर पिछले कुछ महीनों में ये वायरस न सिर्फ इंसानों को संक्रमित कर रहा है बल्कि इसके कारण कई स्थानों पर मौत के मामले भी सामने आए हैं। वैज्ञानिकों की टीम ने वायरस में कुछ नए म्यूटेशन देखे हैं जो इसकी संक्रामकता और जटिलता दोनों को बढ़ाने वाले हो सकते हैं।

बर्ड फ्लू को लेकर प्राप्त हो रही हालिया जानकारियों के मुताबिक अमेरिका में वैज्ञानिकों की टीम ने वायरस में एक और नया व खतरनाक म्यूटेशन देखा गया जिसने चिंता बढ़ा दी है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बुधवार (5 फरवरी) को बताया कि नेवादा स्टेट में कई मवेशी एक नए प्रकार के बर्ड फ्लू से संक्रमित पाए गए हैं, जो अब तक अमेरिका में फैल रहे वैरिएंट से अलग है।

वायरस के इस नए वैरिएंट को D1.1 नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि शुरुआती अध्ययनों में इसकी प्रकृति काफी खतरनाक पाई गई है जिसमें संभावित रूप से महामारी का कारण बनने की क्षमता हो सकती है।

गाय, इंसानों सहित कई जानवरों में देखा गया संक्रमण

पिछले कुछ महीनों के रिपोर्ट उठाकर देखें तो पता चलता है कि वायरस के अलग-अलग वैरिएंट के कारण गाय, इंसानों और कुछ अन्य जानवरों में संक्रमण देखा गया था। अप्रैल 2024 में पहली बार गाय और गायों से इंसानों में बर्ड फ्लू संक्रमण के मामले देखे गए थे।

H5N1 को शोधकर्ता कई प्रकार से घातक मान रहे हैं, इसकी मृत्युदर भी अधिक मानी जाती रही है। कुछ विशेषज्ञ कहते हैं, जिस तरह से इस वायरस का प्रकोप देखा जा रहा है ऐसे में इसके कारण संभावित महामारी का खतरा है। अगर महामारी आती है तो निश्चित ही ये कोरोना से कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकती है।

By Editor