देहरादून: राष्ट्रीय खेलों में एथलेटिक्स मुकाबलों के बाद मेडल सेरेमनी का स्वरूप बदला हुआ नजर आया। विजेता एथलेटिक्स के लिए मेडल मौली रोबोट लेकर आया। इसके बाद अतिथियों ने विजेताओं को मेडल पहनाए। साथ ही दूसरे मुकाबलों में एक रोवर की चहलकदमी आकर्षण का केंद्र बनी। डिस्कस थ्रो (चक्का फेंक) मुकाबलों में दूर फेंके गए चक्कों को कोई कर्मचारी नहीं, बल्कि यह रोवर ही खिलाड़ियों तक लेकर आया। आगे भी एथलेटिक्स मुकाबलों में मेडल सेरेमनी में मौली रोबोट का प्रयोग किया जाएगा।
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में शनिवार को राष्ट्रीय खेलों में यह मौका एथलेटिक्स इवेंट की मेडल सेरेमनी का था। खिलाड़ियों से लेकर बड़ी संख्या में वहां दर्शक मौजूद थे। सभी उम्मीद कर रहे थे कि कुछ ही देर में होने वाली मेडल सेरेमनी परंपरागत रूप से ही आयोजित होगी। मगर अगले ही पलों में मेडल सेरेमनी का पूरा रूप ही बदला नजर आया। रिमोट कंट्रोलर की कमांड से मौली रोबोट में हरकत शुरू हुई। वह एक ट्रे में मेडल लेकर विजेताओं के पास पहुंचा। अतिथियों ने मेडल उठाए और विजेताओं के गले में पहना दिए।
राष्ट्रीय खेलों में मेजबान उत्तराखंड ने रोबोटिक तकनीक से जुड़ी पहल कर सभी को सुखद अनुभूति से भर दिया। हालांकि, एथलेटिक्स इवेंट को छोड़कर अन्य में परंपरागत रूप से ही मेडल सेरेमनी आयोजित की गई। यानी हाथ में ट्रे लेकर युवतियां ही विजेताओं के लिए मेडल लाईं। एथलेटिक्स के करीब 40 इवेंट होने हैं। खेल निदेशक प्रशांत आर्या के अनुसार एथलेटिक्स के अधिकतर इवेंट में मेडल सेरेमनी के दौरान मौली रोबोट का ही इस्तेमाल किया जाएगा।