पणजी: गोवा में एक कोंकणी लेखक की मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज पर की गई टिप्पणी पर हंगामा हो गया है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार शाम को लेखक के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उन पर इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। बजरंग दल ने लेखक से माफी की मांग की। हालांकि लेखक ने अभी तक अपने बयान पर माफी नहीं मांगी है।

क्या है पूरा मामला
बीते हफ्ते शिव जयंती के एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दावा किया कि पुर्तगाल के शासन के समय, बड़ी संख्या में लोग धर्म परिवर्तन से इसलिए बच गए थे क्योंकि उस वक्त गोवा के बड़े हिस्से पर शिवाजी महाराज का शासन था, जबकि पुर्तगाल शासन महज तीन तालुका तक सिमटा हुआ था। सीएम के इस दावे को गोवा के कोंकणी लेखक उदय भेम्ब्रे ने खारिज कर दिया। उदय भेम्ब्रे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं।

लेखक के बयान से नाराजगी जाहिर करते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार शाम को दक्षिण गोवा के कुनकोलिम गांव में उदय भेम्ब्रे का पुतला फूंका। इसके बाद बजरंग दल कार्यकर्ता मारगो शहर स्थित उदय के घर पहुंचे और वहां विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उदय भेम्ब्रे घर पर ही मौजूद थे और उन्होंने बजरंग दल कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। हालांकि बजरंग दल कार्यकर्ता उनसे माफी की मांग पर अड़े रहे, लेकिन भेम्ब्रे ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है।

By Editor