आज के दौर में टैटू सिर्फ एक फैशन स्टेटमेंट नहीं, बल्कि खुद को एक्सप्रेस करने का एक खास तरीका बन चुका है। यंगस्टर्स में इसका जबरदस्त क्रेज देखने को मिलता है। कुछ लोग शौकिया तौर पर टैटू बनवाते हैं, जैसे, पार्टनर का नाम, फूल-पत्तियां या कोई खास डिजाइन। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी बॉडी पर ऐतिहासिक चिह्न या प्रेरणादायक संदेश वाले टैटू बनवाकर अपनी सोच को दर्शाते हैं।

टैटू को लेकर कई मिथक प्रचलित हैं, जिनकी वजह से लोग इसे बनवाने से हिचकिचाते हैं। अगर आप भी टैटू बनवाने की सोच रहे हैं, तो पहले इन आम गलतफहमियों की हकीकत जान लें।

1. मिथक: टैटू बनवाना असहनीय रूप से दर्दनाक होता है
सच्चाई: टैटू बनवाने में हल्का दर्द जरूर होता है, लेकिन यह असहनीय नहीं होता। दर्द की तीव्रता इस बात पर निर्भर करती है कि टैटू शरीर के किस हिस्से पर बन रहा है, डिज़ाइन कितना बड़ा है और आपकी सहनशीलता कैसी है।

2. मिथक: टैटू से इंफेक्शन होना तय है
सच्चाई: अगर आप प्रोफेशनल आर्टिस्ट से, स्वच्छ माहौल में टैटू बनवाते हैं और सही आफ्टरकेयर का पालन करते हैं, तो इंफेक्शन का खतरा ना के बराबर होता है।

3. मिथक: टैटू बनवाने के बाद ब्लड डोनेट नहीं कर सकते
सच्चाई: टैटू बनवाने के तुरंत बाद कुछ महीनों (आमतौर पर 3-6 महीने) तक ब्लड डोनेट करने की सलाह नहीं दी जाती, लेकिन उसके बाद आप बिना किसी दिक्कत के ब्लड डोनेट कर सकते हैं।

4. मिथक: टैटू उम्र के साथ भद्दे दिखने लगते हैं
सच्चाई: सही टेक्नीक से बना टैटू और नियमित स्किन केयर इसे लंबे समय तक आकर्षक बनाए रख सकती है। बहुत अधिक धूप या सही देखभाल न करने से टैटू फेड हो सकता है, लेकिन इसे टच-अप करवा कर फिर से निखारा जा सकता है।

By Editor