नई दिल्ली: भारत और अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। सरकार ने मंगलवार को संसद में बताया कि व्यापार समझौते में इस पर बात पर फोकस है कि दोनों देशों की एक दूसरे के बाजार में पहुंच बढ़ाई जाए और आयात शुल्क को घटाया जाए। साथ ही आपूर्ति श्रृंखला को बेहतर किया जाए। एक लिखित जवाब में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि अभी तक अमेरिका ने भारत पर पारस्परिक टैरिफ नहीं लगाया है।
व्यापार समझौते पर दोनों देशों में हो रही बातचीत
प्रसाद ने कहा कि निष्पक्ष और आपसी फायदे के द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर दोनों पक्ष बातचीत कर रहे हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में जितिन प्रसाद ने कहा कि भारत की टैरिफ नीति व्यापार के नियमन, घरेलू उद्योग के संरक्षण और राजस्व पैदा करने के लिए है। हाल ही में टैरिफ के ढांचे को बेहतर के लिए उसमें कुछ सुधार किए गए। भारत विश्व व्यापार संगठन का सदस्य है और भारत के टैरिफ नियमों के मुताबिक ही हैं। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर पारस्परिक टैरिफ लगाने का एलान किया था। हालांकि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत की सहमति बनी थी। साथ ही दोनों देशों के बीच साल 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया था। गौरतलब है कि टैरिफ वो आयात शुल्क होता है, जो सरकार द्वारा देश में आने वाले विदेशी उत्पादों पर लगाया जाता है। इस शुल्क का भुगतान उत्पादन बनाने वाली कंपनियों को करना होता है।
भारत और अमेरिका के बीच कितना है व्यापार
साल 2023 में भारत और अमेरिका के बीच कुल व्यापार 190 अरब डॉलर रहा, जिनमें से 123 अरब डॉलर उत्पाद व्यापार और 66 अरब डॉलर सेवा व्यापार की हिस्सेदारी रही। साल 2023 में भारत ने अमेरिका को 83 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया और 40 अरब डॉलर का सामान आयात किया। दोनों देशों के बीच व्यापार का अंतर करीब 43 अरब डॉलर है, जो भारत के पक्ष में है। मौजूदा समय में भारत 13 मुक्त व्यापार समझौतों में शामिल और नौ पीटीए समझौतों में। साथ ही यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और ओमान से इस मामले में बातचीत हो रही है।