Tuesday , September 17 2024

इटावा जसवंत नगर पैथोलॉजी तथा डॉक्टर की क्लीनिक पर एसडीएम ने डिप्टी सीएमओ के साथ मारा छापा

सुबोध पाठक

जसवंतनगर । नगर में पिछले कुछ दिनों से बिना आधिकारिक रजिस्ट्रेशन पैथोलॉजी चला रहे लोगों के खिलाफ आखिर कार प्रशासन जाग गया और इस मामले में छापेमारी की गई। इस दौरान तीन दुकानें सील की गई तथा बड़ी संख्या में पैथोलॉजी वाले अपनी-अपनी दुकानें बंद कर भाग खड़े हुए।

विवरण के अनुसार समाचार पत्रों में पैथोलॉजी संचालकों की गड़बड़ियों को लेकर छपे समाचार का असर हुआ इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और उपजिलाधिकारी जसवंत नगर नंद प्रकाश मौर्य के नेतृत्व में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकारी यतींद्र राजपूत एवं पुलिस दल ने सबसे पहले गुलाब बाड़ी में आशीर्वाद पैथोलॉजी पर छापा मारा जहां एक एक्स रे मशीन रखी हुई थी जिसके कागजात पैथोलॉजी संचालक नहीं दिखा सका इस कारण उसे सील कर दिया गया है तथा संचालक को 3 दिन का समय एक्स-रे मशीन के कागजात दिखाने के लिए दिया गया है इसी प्रकार गुलाबबाड़ी बस स्टैंड रोड पर स्थित सुरेंद्र पैथोलॉजी पर भी छापा मारा गया जिसमें उनकी पैथोलॉजी का नवीनीकरण नहीं कराया गया था किस कारण उनकी पैथोलॉजी को भी सील कर दिया गया तथा 7 दिन के अंदर उनसे नवीनीकरण के कागजात दिखाने के लिए समय दिया गया है इसी प्रकार छिमारा रोड पर एक डेंटिस्ट के यहां छापा मारा गया जिसमें डॉक्टर अतुल चौधरी का नाम लिखा हुआ था जबकि कोई दूसरा व्यक्ति उसका संचालन कर रहा था । इस दौरान वह डॉक्टर अतुल चौधरी के कागजात नहीं दिखा सका इस कारण उसकी दुकान को सील कर दिया गया है तथा उसे एक सप्ताह के अंदर संबंधित डॉक्टर के कागजात दिखाने के लिए कहा गया है। निर्धारित समय पर कागजात न दिखाए जाने पर मामले पुलिस में दर्ज कराए जाएंगे ।डॉक्टर यतींद्र राजपूत ने बताया कि एक डॉक्टर एक ही जगह प्रैक्टिस कर सकता है।

बाद में उप जिलाधिकारी ने बताया कि नगर में अवैध पैथोलॉजी तथा झोलाछाप डॉक्टरों का धंधा नहीं चलने दिया जाएगा तथा इस तरह छापेमारी लगातार जारी रहेगी। स्वास्थ्य विभाग में इन फर्जी पैथोलॉजी स्टाफ तथा झोलाछाप डॉक्टरों के रसूख कितने गहरे हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टीम के बाजार में पहुंचने से पहले ही अधिकांश फर्जी पैथोलॉजीयों के संचालक अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर नौ दो ग्यारह हो चुके थे।

फ़ोटो- जसवंत नगर में अवैध पैथोलॉजीयों की तलाश में छापामारी कर जांच करते एसडीएम, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा पुलिस।