मुंबई:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को गुड़ी पड़वा के दिन नागपुर पहुंचे। यहां उन्होंने रेशिमबाग स्थित आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के स्मारक का दौरा किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मोदी ने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। मोदी के इस दौरे को यादगार बनाने के लिए भाजपा ने 47 स्थानों पर उनके स्वागत की तैयारी की थी। इस दौरान पीएम मोदी एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित भी किया।

उन्होंने कहा कि जब प्रयासों के दौरान मैं नहीं हम का ध्यान होता है, जब राष्ट्र प्रथम की भावना सर्वोपरि होती है, जब नीतियों में, निर्णयों में देश के लोगों का हित ही सबसे बड़ा होता है, तो सर्वत्र उसका प्रभाव भी नजर आता है। आज हम देख रहे हैं कि भारत कैसे गुलामी की मानसिकता को तोड़ कर आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारा शरीर परोपकार के लिए ही है, सेवा के लिए ही है और जब ये सेवा संस्कारों में आ जाती है तो सेवा ही साधना बन जाती है। यही साधना तो हरेक स्वयंसेवक की प्राणवायु होती है। ये सेवा संस्कार, ये साधना, ये प्राणवायु… पीढ़ी दर पीढ़ी हर स्वयंसेवक को तप-तपस्या के लिए प्रेरित कर रही है। ये सेवा साधना हर स्वयंसेवक को निरंतर गतिमान रखती है, ये कभी थकने और रुकने नहीं देती है। हम देव से देश और राम से राग के जीवन मंत्र लेकर चले हैं। अपना कर्तव्य निभाते चलते हैं। इसलिए बड़ा छोटा कैसा भी काम हो, कोई भी क्षेत्र हो… संघ के स्वयंसेवक नि:स्वार्थ भाव से काम करते हैं।

संघ के शताब्दी वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के संघ मुख्यालय के दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है। सांविधानिक पद पर रहते हुए पीएम मोदी का संघ मुख्यालय में यह पहला दौरा है। इससे पहले महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी के नागपुर आगमन पर पूरे विदर्भ में उत्साह है। 47 स्थानों पर उनके स्वागत की तैयारी की गई है।

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