घरेलू शेयर बाजार में वित्तीय वर्ष 2025-26 की 2020 के बाद सबसे खराब शुरुआत हुई। ईद की छुट्टी के बाद मंगलवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,390.41 अंक या 1.80 प्रतिशत गिरकर 76,024.51 पर बंद हुआ। इसके 28 घटक शेयरों में गिरावट रही और केवल दो बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहे।
दिन के कारोबार के दौरान एक समय पर सेंसेक्स सूचकांक 1,502.74 अंक या 1.94 प्रतिशत गिरकर 75,912.18 पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 351.15 (1.49%) अंक लुढ़ककर 23,168.20 के स्तर पर पहुंच गया। बाजार में यह एक महीने के दौरान एक दिन में दर्ज की गई सबसे बड़ी गिरावट थी।
सेंसेक्स के दिग्गज शेयर गिरावट के साथ बंद हुए, इंडसइंड बैंक 5% चढ़ा
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टूब्रो, टेक महिंद्रा और एनटीपीसी सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। लाभ में रहने वालों में इंडसइंड बैंक में 5 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई, जबकि जोमैटो में मामूली बढ़त रही।
जानकारों के अनुसार कल होने वाली अमेरिकी पारस्परिक टैरिफ घोषणा से पहले वैश्विक अस्थिरता के बीच, बाजार में भारी बिकवाली दिखी। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिकी बाजार में अनिश्चितता के कारण आईटी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ। इसके अलावे महाराष्ट्र सरकार की ओर से रेडी रेकनर दरों में वृद्धि के बाद रियल एस्टेट शेयरों में भी गिरावट आई।”