शाहजहांपुर: शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने चुनावी रंजिश का बदला लेने के लिए विरोधियों के नाम से एसपी कार्यालय में पत्र भेजा था। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी ने यह बात स्वीकार की है।
पुलिस के पास आए पत्र के बाद सदर बाजार थाने के उपनिरीक्षक दिनेश कुमार की तरफ से रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई थी। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज के जरिये पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने मुख्यमंत्री योगी को दस अप्रैल को जान से मारने की धमकी देते हुए खुद को आईएसआई का एजेंट बताया था।
सदर थाना प्रभारी अरविंद सिंह ने बताया कि आबिद और नफीस के नाम मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी अजीम निवासी गुनारा, जलालाबाद को थाना रामचंद्र मिशन के सामने बनी गोशाला के पीछे से मंगलवार सुबह करीब सात बजे गिरफ्तार कर लिया। अजीम ने पुलिस को बताया कि उसने पत्र अपने ही गांव के नफीस व आबिद से अपनी कुछ निजी रंजिश व विवादों का बदला लेने के लिए भेजा था। उसे उम्मीद थी कि पुलिस उन दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज देगी।
प्रधानी चुनाव की थी रंजिश
अजीम की भाभी जैनब अंजुम ने गांव में प्रधानी का चुनाव अपने रिश्तेदार के विरुद्ध लड़ा था। इसमें नफीस व आबिद ने अजीम की भाभी के विरुद्ध खड़े प्रधान प्रत्याशी के पक्ष में मतदान व प्रचार किया था। इसके अलावा अजीम के विरुद्ध उनके ही गांव के लेखपाल राजेश श्रीवास्तव के रिश्तेदार द्वारा एक धोखाधड़ी व कूटरचना का मुकदमा सीतापुर में पंजीकृत कराया गया था, जिसमें अजीम जेल गया था।
नफीस व आबिद ने राजेश श्रीवास्तव के पक्ष में गवाही दी थी। इसी की रंजिश में वह नफीस और आबिद को जेल सबक सिखाना चाहता था। इसलिए उसने यह साजिश रच डाली। पुलिस ने आरोपी अजीम को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।