बकेबर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन पर एवं जिला विधिक प्राधिकरण इटावा के संयोजन में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव कस्बा बकेवर के उच्च प्राथमिक विद्यालय में मनाया गया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप पधारे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा लीगल वालंटियर श्री अश्विनी त्रिपाठी ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावपूर्ण स्मरण किया
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर छात्रों और अध्यापकों को संबोधित करते हुए श्री अश्वनी त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय संविधान के मूल आदर्श प्रस्तावना के माध्यम से संविधान में समाहित किए गए हैं भारतीय संविधान सभा में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने13 दिसंबर 1946 को एक उद्देश्य का जिसे प्रस्तावना भी कहते हैं पेश की थी जिसके अनुसार बगैर किसी धर्म ,जाति, संप्रदाय ,लिंग ,भाषा के आधार पर किसी भी भारतीय नागरिक के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा
श्री त्रिपाठी ने आगे बताया कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान बनकर तैयार हुआ तथा 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से स्वीकार किया गया
बाद में श्री त्रिपाठी ने समस्त अध्यापकों और छात्रों को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य बलराज चतुर्वेदी, हरीश कांत यादव, शिव सागर, बृजेश कुमार ,साधना यादव ,श्रीमती चांदनी, अंजुम बानो ,आशा किरण ,रजनीकांत पाठक ,जनक सिंह कुशवाहा पूर्व प्रधान, अवनीश त्रिपाठी ,नीरज पाल ,नीरज चौबे ,सुलेखा श्रीवास संतोष कुमार शर्मा ,जितेंद्र सिंह राकेश यादव आदि लोग उपस्थित रहे।