झारखंड में जल्द ही 72000 शिक्षकों की बहाली शुरू होने जा रही है. शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर शिक्षा मंत्री ने मुहर लगा दी है जिससे त्यौहारी मौसम और दुर्गा पूजा के सौगात के रूप में देखा जा रहा है.
इनकी राहों में कुछ अड़चनें भी है जिन्हें दूर करने की ज़रूरत पड़ेगी. प्राथमिक शिक्षा की रीढ़ माने जाने वाले राज्य के 65000 पारा शिक्षक स्थायी नियोजन और वेतनमान को लेकर 15 वर्षो से ज़्यादा वक़्त से आंदोलनरत रहे हैं.
पारा शिक्षक एकीकृत संघ के नेता संजय दुबे ने बताया कि उनकी वार्ता लगातार शिक्षा मंत्री से हुई है. मंत्री इस बात पर सहमत भी थे कि बिहार में जिस तरह से आकलन परीक्षा का आयोजन कर पारा शिक्षकों को 5300-20200 के वेतनमान में नियोजित कर दिया गया उसी तरह की नियमावली से पारा शिक्षकों का नियोजन होगा.
प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित होगी. इसमें नए अभ्यर्थियों के साथ पारा शिक्षकों को भी परीक्षा देनी होगी. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा का आयोजन करेगा. शिक्षा विभाग ने इसका प्रावधान शिक्षक नियुक्ति नियमावली में किया है. इस प्रक्रिया में भी झारखंड से मैट्रिक और इंटरमीडिएट किए अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा.