ऊसराहार
अधिकारियों तक को गुमराह करती रही सौरिख पुलि देर शाम एक ढाबे पर दोनो को पकडने के बाद छोड दिया गया और अधिकारियो तक को गुमराह कर दिया गया
रविवार को ऊसराहार थाना क्षेत्र के भगवंतपुर गांव के किनारे एक पेड पर दुप्पटा के दोनो छोरों मे पेड पर लटके मिले कुलदीप व राधिका को एक दिन पहले यानी शनिवार को सौरिख थाना क्षेत्र मे शाम को देखा गया था बताया जाता है सौरिख नांदेमऊ मार्ग पर स्थित एक ढाबे बाले ने दोनो लोगो को काफी देर चहलकदमी करते देख सौरिख पुलिस को फोन कर सूचना दी थी बताया जाता है सौरिख थाने की पुलिस मौके पर पहुची और काफी देर तक दोनो से वही पूछताछ भी की कहा तो यह जा रहा है कि दोनो ने मांमा भांजी का रिश्ता बताया जिसके बाद पुलिस ने उन्हे छोड दिया लेकिन सवाल यह उठता है कि उसी समय रात लगभग नौ बजे कुलदीप अपने चाचा विश्राम सिंह को फोन कर यह बताता है कि वह सौरिख मे है वह कुछ बात कर पाता उसके बीच ही उसका फोन वंहा मौजूद कोई तीसरा व्यकित काट देता है जो यह भी कहता है कि लडकी के स्वजनों को फोन करने के लिए कहा था और उसने दूसरी जगह लगा दिया सबसे बडा सवाल सौरिख पुलिस की कार्यशैली पर यह भी उठता है कि भले ही वह रिश्ते मे मामा भांजी थे तो पुलिस को एक बार स्वजनों से जानकारी तो लेनी चाहिए थी यदि पुलिस जरा भी सख्ती दिखाती तो शायद दोनो की जान बच जाती इतना सब होने के बाद भी सौरिख पुलिस पूरे मामले मे लडका लडकी मिलने की बात को साफ नकारती रही यंहा तक जब लडके और लडकी के सौरिख क्षेत्र मे एक दिन पहले होने की जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह को हुई तो उन्होंने थानाध्यक्ष सौरिख मदन गोपाल को फोन कर जानकारी मांगी लेकिन थानाध्यक्ष ने उन्हे भी गुमराह करते साफ कह दिया कि लडका और लडकी को उनकी पुलिस ने नही पकडा हालांकि मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने कुछ मोवायल नंवरो को सर्विलांस पर भी लगवा दिया है जिससे जांच मे मदद मिल सके