भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सबसे बुज़ुर्ग कार्यकर्ताओं में एक 107 साल के श्री नारायण उर्फ़ भुलई भाई (Bhulai Bhai) से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मुलाकात की. भुलई भाई की खुशी का आलम ये कि वो बार बार कहते रहे कि ये कृष्ण सुदामा की मुलाकात है और उन्हें इस मुलाकात से ही सब कुछ मिल गया है.
राजनाथ सिंह से मिलने के बाद भुलई भाई ने बताया कि 1952 में विजयादशमी के दिन जब डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ जनसंघ की स्थापना हुई तभी से वे संगठन से जुड़े थे.
1977 में 26 साल की आयु में पहली बार विधायक बने राजनाथ सिंह को सदन में भुलई भाई का साथ मिला था. तब भुलई भाई दूसरी बार विधायक बन कर सदन में पहुंचे थे. भुलई भाई जनसंघ के दीपक चुनाव चिन्ह पर 1974 और 1977 में कुशीनगर जिले के नौरंगिया विधानसभा से दो बार विधायक रहे.
जनसंघ से चुनाव लड़ने के बाद जब साल 1980 में भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ तो वह बीजेपी में आ गए. सक्रिय राजनीति में उतरने से पहले वह आरएसएस से जुड़े थे और देवरिया जिले के प्रचारक भी थे.