डेंगू बच्चों के बाद बड़ों की भी जान ले रहा है। शुक्रवार को यमुनापार स्थित गोयल सिटी हॉस्पिटल में बुलंदशहर की महिला सिपाही प्रेमलता (41) की मौत हो गई। एक दिन पहले एत्मादुद्दौला थाने में तैनात सिपाही सोनू कुमार ने दम तोड़ा था। डेंगू ने पुलिस कर्मियों को डरा दिया है। वर्तमान में 23 पुलिस कर्मी डेंगू से पीड़ित हैं। इलाज चल रहा है। अधिकारी प्रतिदिन इन पुलिस कर्मियों का स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
हाथरस के गांव सूरजपुर लखन निवासी प्रेमलता की शादी मथुरा रोशन विहार, लक्ष्मी नगर निवासी अजय कुमार के साथ हुई थी। अजय कुमार भी पुलिस में सिपाही हैं। उनकी तैनाती बुलंदशहर में पीआरवी पर है। अजय कुमार ने बताया कि पत्नी प्रेमलता की तैनात खुर्जा जंक्शन पर तैनात थीं। तबियत खराब होने पर एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। हालत में सुधार नहीं होने पर गुरुवार को यमुनापार स्थित गोयल सिटी हॉस्पिटल लेकर आए थे। पत्नी को डेंगू हुआ था। शुक्रवार की सुबह डॉक्टर ने बताया कि प्रेमलता की मौत हो गई। प्रेमलता के दो मासूम बच्चे हैं। उनकी मौत की खबर थाना एत्मादुद्दौला पुलिस को भी मिली। हालांकि पहले अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी। इंस्पेक्टर एत्मादुद्दौला देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि महिला सिपाही की मौत हुई थी। पति ने पोस्टमार्टम के लिए उनसे संपर्क नहीं किया।
23 पुलिसकर्मियों को डेंगू, सफाई के निर्देश
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि डेंगू पुलिसकर्मियों को भी चपेट में ले रहा है। इन दिनों पुलिस कर्मियों की छुट्टी पर रोक है। पुलिस कर्मियों की छुट्टियां उनके द्वारा स्वीकृत की जा रही हैं। लगभग 23 पुलिस कर्मियों को डेंगू हुआ है। वे छुट्टी पर हैं। कुछ पुलिस कर्मियों के परिजन भी डेंगू की चपेट में आए हैं। उनकी देखरेख के लिए पुलिस कर्मियों ने छुट्टी ली है। बीमार हुए पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य की प्रतिदिन जानकारी ली जा रही है। थाने-चौकियों और बैरक में विशेष सफाई रखने के निर्देश दिए गए हैं। फॉगिंग कराई जा रही है।
बैरकों में लगी मच्छर दानियां
डेंगू ने पुलिस कर्मियों को भी डरा दिया है। बैरकों में पुलिस कर्मी मच्छर दानी लगाकर सो रहे हैं। सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सिपाहियों ने बताया कि मच्छर दिखाई तो देते नहीं है। पता नहीं कब काट जाते हैं। पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान पता नहीं कहां-कहां जाना पड़ता है। थाने-चौकियों में मुकदमों से संबंधित वाहन सालों से खड़े हैं। उनमें भी मच्छर रहते हैं। वहां भी अब सफाई कराई जा रही है। अपने स्तर से पुलिस कर्मी बचाव के सभी तरीके अपना रहे हैं।