अगर किसी पेशेंट को हॉस्पिटल ले जाना हो तो एंबुलेंस बेस्ट मानी जाती है। लेकिन एक पेशेंट को उसके घरवाले बाइक पर चारपाई बांधकर अस्पताल पहुंच गए। मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले का है। बताया जा रहा है कि एंबुलेंस न मिलने के चलते मजबूरी में घरवालों ने यह कदम उठाया। वीडियो वायरल होने के बाद अब अधिकारी इस मामले में जांच करने में जुट गए हैं।
वापस लौटते समय भी नहीं मिली एंबुलेंस
जानकारी के मुताबिक देवास के मिर्जापुर गांव के रहने वाले कैलाश की 19 वर्षीय बेटी योगिता की तबियत खराब थी। योगिता का कुछ समय पहले एक्सीडेंट हो गया था और उसने दोनों पैर गंवा दिए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कैलाश ने बाइक पर चारपाई बांधी और सतवास सरकारी अस्पताल में लेकर पहुंच गया। लेकिन अव्यवस्था का आलम यह रहा कि जब वह अपनी बेटी का इलाज कराके वापस लौट रहा था तब भी उसे एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई। वहीं कई लोगों ने इस अस्पताल में एंबुलेंस न उपलब्ध होने की शिकायत दर्ज कराई है।
सीएमचओ का दावा, हर बार एंबुलेंस से आती है
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देवास के सीएमएचओ एमपी शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि उन्होंने अस्पताल में सरकारा द्वारा चलाई जा रही ‘108 एंबुलेंस’ के न उपलब्ध होने की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि मरीज पैरालिसिस की शिकार है। हम पता लगाने में जुटे हैं कि परिजन मरीज को चारपाई पर लेकर क्यों आए? डॉक्टर शर्मा ने बताया कि मरीज को यूरीनरी कैथेटर लगा हुआ है। वह इसके रिप्लेसमेंट के लिए हर महीने अस्पताल आती है। उन्होंने दावा किया कि हर बार वह सरकारी 108 एंबुलेंस से ही अस्पताल आती है। हालांकि इस बात की जांच की जाएगी कि आखिर कौन सी वजह थी, जिसके चलते उसे बाइक चारपाई बांधकर लाया गया।